वो जनरल बिपिन रावत ही थे जिन्होंने 2016 में पीओके में सर्जिकल स्टाइक में अहम भूमिका निभाई थी. जनरल रावत को कश्मीर घाटी और पीओके पर काम करने का लंबा अनुभव है. यही वजह है कि सर्जिकल स्टाइक में उनके अनुभव का फ़ायदा भारतीय सैनिकों को मिला. इससे पहले 2015 में म्यांमार में घुसकर उग्रवादियों पर सर्जिकल स्टाइक का श्रेय भी जनरल रावत को ही जाता है. मणिपुर में उग्रवादियों हमले में अठारह भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद भारतीय सेना ने सीमा पार जाकर बदला लिया था. इस मिशन में पैराशूट रेजिमेंट की 21वीं बटालियन की एक यूनिट ने म्यांमार में आतंकियों के बेस पर हमला किया. इस बटालियन की कमान जनरल बिपिन रावत के पास थी. देखें ये रिपोर्ट.
CDS General Bipin Rawat played an important role in the surgical strike in PoK in 2016. General Rawat had a long experience of working in Kashmir and PoK. In 2015, General Rawat carried out a surgical strike on militants by entering Myanmar. After the martyrdom of eighteen Indian soldiers in a militant attack in Manipur, the Indian Army took revenge by crossing the border. Watch this report.