भारत में इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर उसके प्रभावों पर एक कार्यक्रम में चर्चा की गई. विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया कि कैसे उस दौरान सामान्य लोगों, छात्रों और पेशेवरों सहित सभी के जीवन पर इमरजेंसी का प्रभाव पड़ा. समाचार पत्रों की बिजली काट दी गई थी ताकि अगले दिन छपाई न हो सके और तुरंत सेंसरशिप लागू की गई थी.