भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता में एक नया अध्याय जुड़ गया है क्योंकि लखनऊ में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की पहली खेप बनकर तैयार हो गई है. यह मिसाइल भारत के डीआरडीओ और रूस के एनपीओ मशिनोस्ट्रोयेनिया का एक संयुक्त उपक्रम है. न्यूज बुलेटिन में कहा गया, 'आवाज की रफ्तार से भी तीन गुना ज्यादा तेज ये दुश्मन की ओर लपकती है.' लखनऊ के भटगांव में 80 एकड़ भूमि पर 300 करोड़ रुपये की लागत से बने इस अत्याधुनिक संयंत्र में हर साल 80 से 100 मिसाइलें बनाने का लक्ष्य है.