26 जनवरी 1950 से लेकर 2020 तक राजपथ ने बदलते हिन्दुस्तान की बुलंद तस्वीर देखी है. भारतीय लोकतंत्र की इन बेमिसाल तस्वीरों के चश्मदीद रहे हैं विदेशी मेहमान. लेकिन 55 सालों में ऐसा पहली बार होगा जब गणतंत्र दिवस समारोह में किसी दूसरे देश का मुख्य अतिथि नहीं होगा. आखिरी बार 1966 में बिना विदेशी मेहमान के रिपब्लिक-डे मनाया गया था. उस समय 11 जनवरी को तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु हो गई थी. कोरोना महामारी के चलते इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथियों और दर्शकों की संख्या कम रहेगी. इस वीडियो में देखें कैसे अलग होगा इस बार गणतंत्र दिवस का जश्न.