कोरोना की दूसरी लहर बच्चों की सांसों पर प्रहार कर रही है. 5 साल से कम उम्र के बच्चों के केस भी बढ़ रहे हैं. पिछले दिनों पानीपत में तो मां के गर्भ में ही बच्चे को कोरोना हो गया है. मां पहले से ही संक्रमित थी. गुजरात के सूरत में 14 दिन के नवजात बच्चे ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया. 7 अप्रैल को सूरत में ही 13 साल के एक और बच्चे की मौत हुई थी. कोरोना की पहली लहर में माना जाता था कि बच्चों पर कोरोना का असर घातक नहीं है- लेकिन इसबार ये धारणा टूट गई है. बच्चों को बचाना है कोरोना को हराना है. कोरोना की पिछली लहर में जहां बच्चे महफूज थे वहीं इस बार खतरे की जद में बच्चे भी आ गए हैं. बच्चों में कोरोना का खतरा कितना बड़ा है, बच्चों को कोरोना से कैसे बचाएं, देखें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स्, इस वीडियो में.
Relatively unaffected during the first wave of Covid-19 last year, a high number of children and adolescents are contracting the novel coronavirus in the second wave. A large number of Covid-19 cases in ages more than 10 years and also between 1-8 years are being reported in the fresh surge though most are mildly symptomatic. What precautions should parents take to keep the virus away from their children? We discussed this question with health experts. Watch the video.