क्या नया साल मनाना अपनी जान की परवाह करने से भी ज्यादा जरूरी है? दरअसल भारत में कोरोना के मामले काफी तेज रफ़्तार से बढ़ रहे हैं इस बीच लोगो का नए साल के जश्न के लिए दूसरे राज्यों या देश से बाहर पार्टी करने जाना एक खतरे की घंटी है. पूरे देश में कोरोना की तीसरी लहर की चर्चा और चिंता दोनों जोरो-शोरों पर है लेकिन नए साल के जश्न में जैसे बाकी सारी चीजें धुंधली सी हो गयी है. तमाम राज्य पाबंदियां लगाने को मजबूर हैं जिसके बाद भी लोग लगातार नियमों को ताक पर रखकर नया साल मनाने के लिए निकल पड़े हैं. इस वक्त सबसे ज्यादा खतरा अगर किसी को है तो ये वो राज्य हैं जो पर्यटन के लिए प्रसिद्ध हैं. आज का एजेंडा में आज हम करेंगे इसी मुद्दे पर बात. देखें वीडियो.