कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी बहस हुई जिसमें सेना के पराक्रम पर सवाल उठाए गए। एक वक्ता ने कहा कि जब हमारी सेना चरम पर थी, तब सरकार ने सरेंडर किया. वहीं, दूसरे वक्ता ने इंदिरा गाँधी की कूटनीति की तारीफ की और कहा कि उन्होंने 1971 में सही निर्णय लिया.