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तमिलनाडु में जन्म, RSS से जुड़ाव, 40 साल का सियासी सफर... जानें- कौन हैं NDA के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन

भाजपा संसदीय बोर्ड ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार के रूप में नामित किया. नामांकन की घोषणा करते हुए, भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में व्यापक विचार-विमर्श के बाद राधाकृष्णन के नाम पर फैसला लिया गया.

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प्रधानमंत्री मोदी के साथ में सीपी राधाकृष्णन (फोटो: PIB)
प्रधानमंत्री मोदी के साथ में सीपी राधाकृष्णन (फोटो: PIB)

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महाराष्ट्र के वर्तमान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए का उम्मीदवार घोषित किया है. यह फैसला बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया गया, जिसकी जानकारी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दी.

जेपी नड्डा ने बताया कि बैठक में सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई और सभी सदस्यों के सुझाव लिए गए, जिसके बाद राधाकृष्णन के नाम पर मुहर लगाई गई.

मंगलवार को एनडीए संसदीय दल की बैठक में सीपी राधाकृष्णन भी बैठक में रह सकते है. तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले सीपी राधाकृष्णन की गिनती बीजेपी के सीनियर नेताओं में होती रही है.

यह भी पढ़ें: सीपी राधाकृष्णन होंगे NDA के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार, फिलहाल महाराष्ट्र के हैं राज्यपाल

20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में पैदा हुए राधाकृष्णन की राजनीतिक जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और जनसंघ से जुड़ी रही है. सीपी राधाकृष्णन ने 70 के दशक में आरएसएस से स्वयंसेवक के तौर पर सक्रिय राजनीति की राह पकड़ी. 

इसके बाद वह भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य बने और संगठनात्मक कामकाज में अहम भूमिका निभाई. लंबे समय तक कार्यकर्ता के तौर पर काम करने के बाद उन्हें 1994 में तमिलनाडु बीजेपी का सचिव भी नियुक्त किया गया.  

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टेबल टेनिस चैंपियन

शैक्षिक योग्यता की बात करें तो उन्होंने वी.ओ. चिदंबरम कॉलेज, कोयम्बटूर से बीबीए (व्यवसाय प्रशासन स्नातक) किया है. राधाकृष्णन अपने कॉलेज में टेबल टेनिस चैंपियन और एक लंबी दूरी के धावक रहे हैं. उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल खेलना भी पसंद है.

राज्यपाल के रूप में किया झारखंड के 24 जिलों का दौरा

वह 31 जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. इससे पहले, उन्होंने 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया. साथ ही, उन्होंने तेलंगाना और पुदुचेरी में भी अतिरिक्त प्रभार संभाला.

18 फरवरी 2023 को, उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. अपने शुरुआती चार महीनों में, उन्होंने झारखंड के सभी 24 जिलों का दौरा किया और नागरिकों एवं जिला अधिकारियों के साथ बातचीत की.

सांसद: राधाकृष्णन 1998 और 1999 में कोयंबटूर लोकसभा क्षेत्र से दो बार सांसद चुने गए. सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कपड़ा संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया.

वह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) संबंधी संसदीय समिति और वित्त संबंधी परामर्शदात्री समिति के भी सदस्य रह चुके हैं. इसके अलावा वह उस संसदीय विशेष समिति के भी सदस्य रह चुके हैं जिसने स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच की थी.

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संगठन में भूमिका:

2003 से 2006 तक वह तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष रहे. इसके अलावा वो केरल बीजेपी के प्रभारी भी रह चुके हैं. 2004 में राधाकृष्णन ने संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया. वह ताइवान गए पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य थे.

2004-2007 के दौरान तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के रूप में उन्होंने नदियों को जोड़ने, आतंकवाद के विरोध और अस्पृश्यता के उन्मूलन जैसे मुद्दों पर 93 दिनों की रथ यात्रा निकाली थी. उन्होंने संसद में वस्त्र उद्योग पर स्थायी समिति के अध्यक्ष भी रहे और वित्तीय व सार्वजनिक उपक्रमों से जुड़ी कई समितियों में योगदान दिया.

9 सितंबर को चुनाव

आपको बता दें कि पिछले महीने जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद चुनाव आयोग ने कुछ समय पहले उपराष्ट्रपति पद के इलेक्शन का चुनावी कार्यक्रम तय किया था. यह चुनाव 9 सितंबर को होगा. चुनाव आयोग की अधिसूचना के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है और दस्तावेजों की जांच 22 अगस्त को की जाएगी.

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