मंगलवार को दो घंटे तक बंद रही वाट्स ऐप की सर्विस वाले मामले में भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है. IT मंत्रालय ने मेटा से इस सिलसिले में एक विस्तृत जवाब मांगा है. कहा गया है कि कंपनी को चार दिन के भीतर जवाब देना होगा. सरकार जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर किस कारण से वाट्स ऐप दो घंटे तक बंद रहा था.
वाट्स ऐप से सरकार ने मांगा जवाब
अब जानकारी के लिए बता दें कि कल दोपहर 12.30 के करीब ऐसी खबरें आने लगी थीं कि वाट्स ऐप काम नहीं कर रहा है. लोग ना तो कोई मैसेज सेंड कर पा रहे थे और ना ही कोई मैसेज रिसीव हो रहा था. बाद में ट्विटर पर कई लोगों ने वाट्स ऐप में खराबी को लेकर शिकायत की और देखते ही देखते #whatsappdown ट्रेंड करने लगा था.
India Today Tech को WhatsApp के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि इस आउटेज का कराण एक टेक्निकल एरर था. दावा किया गया कि उस एरर को तुरंत ठीक कर दिया गया और अभी के लिए ऐप ठीक वर्क कर रही है. पिछले साल भी अक्टूबर में ही WhatsApp डाउन हो गया था. उस समय कंपनी ने कहा था कि DNS या डोमेन नेम सिस्टम में खामी की वजह से ऐसा हुआ था.
कई देशों में डाउन हुई थीं सर्विस
लेकिन इस बार किस कारण से वाट्स ऐप डाउन हुआ, क्या वो तकनीकी एरर रहा, इस बारे में कंपनी कुछ भी बोलने से बच रही है. यहां ये समझना जरूरी है कि WhatsApp केवल भारत ही नहीं बल्कि ब्रिटेन, सिंगापुर, इटली, तुर्की, साउथ अफ्रीका और दूसरे देशों में ठप रहा था. वहां भी दो घंटे के करीब तमाम सर्विस डाउन रही थीं.
WhatsApp का इस्तेमाल 2 बिलियन से ज्यादा लोग करते हैं. सभी यूजर्स को दिक्कत नहीं आई. इसकी वजह से ये है कि इतनी बड़ी सर्विस के लिए डेटा को कई जगहों पर होस्ट किया जाता है. पूरी दुनियाभर के सर्वर पर अलग-अलग देश के कानून के हिसाब से डेटा स्टोर होता है.