क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम की हार के बाद देशभर में क्रिकेट फैन्स दुखी हैं. लोग लगातार सोशल मीडिया पर अपने हिस्से का दुख भी व्यक्त कर रहे हैं और कुछ नाराज फैन्स खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन को भी इस हार का दोषी ठहरा रहे हैं. लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर पनौती शब्द भी काफी ट्रेंड कर रहा है. फाइनल मैच के शुरू होते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 'पनौती' ट्रेंड करने लगा. आज तो राजस्थान की एक चुनावी रैली में राहुल गांधी ने यहां तक कह दिया कि अच्छा भला हमारे लड़के वर्ल्ड कप जीत जाते, लेकिन पनौती ने हरवा दिया. यहां उनका निशाना पीएम मोदी पर था.
जहां एक ओर इस शब्द को लेकर इतनी सियासत हो रही है, वहीं इसका मतलब समझ लेना भी जरूरी है. आइए जानते हैं कि आखिर पनौती शब्द के मायने क्या हैं. यह एक नकारात्मक शब्द है. जब कोई काम होते-होते रह जाए तो किसी इंसान पर ठीकरा फोड़ते हुए उसे 'पनौती' कह दिया जाता है. पनौती शब्द का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो अपने आस-पास के लोगों के लिए दुर्भाग्य या बुरी खबर लाता है, इसीलिए इसे नकारात्मक शब्द कहते हैं.
क्या होता है पनौती का मतलब?
मशहूर भाषाविद् डॉक्टर सुरेश पंत की सोशल मीडिया पोस्ट की मानें तो हिंदी में -औती प्रत्यय से अनेक शब्द बनते हैं, जैसे -कटौती, चुनौती, मनौती, बपौती आदि. लेकिन पनौती शब्द की शुरुआत के बारे में कम लोग जानते हैं, क्योंकि इसके आधार (base) शब्द के बारे में जानकारी नहीं है. पनौती का अर्थ समझने के लिए इसे कुछ ऐसे तोड़ना जरूरी है,
1. पानी > पन (जैसे- पनबिजली, पनचक्की) + औती= पनौती; बाढ़.
2. पन (अवस्था- जैसे बचपन, दशा) + औती, पनौती; शनि की बुरी दशा का समय (phase)
इन दोनों ही स्थितियों में पनौती का अर्थ कठिनाई यानी मुसीबत ही है.
नकारात्मक शब्द है पनौती
डॉक्टर सुरेश पंत के मुताबिक पनौती चाहे बाढ़ की हो, चाहे शनि ग्रह की, दोनों ही स्थितियों में डरावनी और विनाश की सूचक है. इसलिए ‘पनौती आना’ एक आम मुहावरा बन गया है और इसका मतलब मुसीबत के रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा है. पनौती हमेशा निराशाजनक और बुरे वक्त के लिए उपयोग किया जाता है.