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उधर से पत्थरबाजी इधर से आंसू गैस के गोले... पश्चिम बंगाल में क्यों भिड़ गए पुलिस और DYFI के कार्यकर्ता?

माकपा की यूथ इकाई डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) के कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग कर रहे थे. सैंकड़ों की संख्या में डीवाईएफआई के कार्यकर्ता जब सचिवालय के करीब पहुंचे तो पुलिस ने इनको आगे जाने से रोक दिया. इस दौरान दोनों पक्षों में झड़प शुरू हो गई.

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डीवाईएफआई के प्रदर्शनकारियों पर बलप्रयोग करती पुलिस
डीवाईएफआई के प्रदर्शनकारियों पर बलप्रयोग करती पुलिस

पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में माकपा की यूथ इकाई डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) के कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ. शिक्षक भर्ती घोटाले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं पर गुरुवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे.

नौकरी की मांग करते हुए डीवाईएफआई के कार्यकर्ता सिलीगुड़ी में राज्य सचिवालय उत्तरकन्या को घेरने पहुंचे थे. सैंकड़ों की संख्या में डीवाईएफआई के कार्यकर्ता जब सचिवालय के करीब पहुंचे तो पुलिस ने इनको आगे जाने से रोक दिया. इस दौरान दोनों पक्षों में झड़प शुरू हो गई. हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए बलप्रयोग किया.

राज्य सरकार की नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ बिना वजह पुलिस की कार्रवाई की गई है. 

प्रशासन का कहना है कि सीपीआईएम की युवा इकाई डीवाईएफआई ने प्रतिबंधात्मक आदेशों का उल्लंघन किया है. संगठन की राज्य सचिव मीनाक्षी मुखर्जी ने कहा कि रैली में शामिल कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से उत्तरकन्या की ओर बढ़ रहे थे. 

पश्चिम बंगाल की सरकारी नौकरियों में नियुक्ति में धांधली और भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता की मांग करते हुए डीवीएफआई ने गुरुवार को उत्तरकन्या अभियान शुरू किया था. जब रैली मे शामिल कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़े तो पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी ने तिनबत्ती मोड़ एरिया में इन कार्यकर्ताों को रोक दिया. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई. पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर निशाना बनाकर पत्थर फेंकने का आरोप लगाया है.

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