लाल किले से सभी प्रदर्शनकरियों को बाहर निकाल दिया गया है. भारी फोर्स की तैनाती भी कर दी गई है. प्रदर्शनकारी आज दोपहर लाल किले में दाखिल हो गए थे. उन्होंने यहां पर झंडा भी फहराया था.
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में आज हुई हिंसा के मामले में पुलिस की ओर से कुल 7 एफआईआर दर्ज की गई है. 4 ईस्टर्न रेंज, एक द्वारका के बाबा हरिदास नगर पुलिस स्टेशन, एक नजफगढ़, एक उत्तम नगर में दर्ज की गई.
दिल्ली में आज हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 4 FIR दर्ज किए हैं. इनमें से एक पांडव नगर, दो गाजीपुर थाने और एक सीमापुरी थाने में दर्ज की गई है. प्रदर्शनकारियों पर 8 बसें, 17 गाड़ियां, 4 कंटेनर और 300 से ज्यादा बैरिकेड तोड़ने के आरोप हैं.
ट्रैक्टर परेड हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब तक 86 पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं. इसमें से कई हालत गंभीर बताई जा रही है. 45 पुलिसकर्मियों को सिविल लाइन अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है. वहीं, 18 पुलिसकर्मी LNJP अस्पताल में भर्ती हैं.
Traffic Alert
— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) January 26, 2021
Traffic movement is now normal from Shastri Park to ISBT, Mukarba Chowk to Singhu Border, Loni Border, Chintamani Chowk, Barapulah & DND.
दिल्ली में हालात अब सामान्य हो रहे हैं. कई मेट्रो स्टेशन के गेट खुल गए हैं. दिल्ली गेट, आईटीओ, जामा मस्जिद, रोहिणी सेक्टर 18, आजादपुर और मॉडल टाउन के एंट्री और एग्जिट गेट को खोल दिया गया है. वहीं, पीरागढ़ी चौक और पंजाबी बाग चौक पर यातायात सामान्य हो गया है. NH-24 और NH-9 पर ट्रैफिक सामान्य हो गया है.
ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के 83 जवान घायल हो गए. नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के करीब 45 पुलिसकर्मियों को सिविल लाइन अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है. वहीं, 18 पुलिसकर्मी LNJP अस्पताल में भर्ती हैं. कई पुलिसकर्मियों की हालत नाजुक बताई जा रही है.
ट्रैक्टर परेड के कारण लाल किले के करीब 200 कलाकार फंसे थे. वो करीब दोपहर 12 बजे से फंसे थे. दिल्ली पुलिस ने अब उन्हें रेस्क्यू कराया है. ये कलाकार गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा थे. पुलिस ने उन्हें धौला कुआं के राष्ट्रीय रंगशाला कैंप में पहुंचा दिया है.
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद हरियाणा अलर्ट पर है. सोनीपत, झज्जर और पलवल में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. इससे पहले डीजीपी ने जवानों को उपद्रवियों से सख्ती से निपटने का निर्देश जारी किया था.
#WATCH | A protesting farmer died after a tractor rammed into barricades and overturned at ITO today: Delhi Police
— ANI (@ANI) January 26, 2021
CCTV Visuals: Delhi Police pic.twitter.com/nANX9USk8V
हरियाणा के डीजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस अब किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेगी. कोई भी सरकारी कार्यालयों, वाहनों सहित राज्य सरकार की सम्पति को नुकसान पहुंचाने व कानून व्यवस्था को बिगाड़े की कोशिश करता है तो पुलिस बल प्रयोग करने से नहीं हिचकेगी. प्रदेश में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी. दंगा करने वालों या अफवाहों के माध्यम से दंगा भड़काने वालों को हिरासत में लेकर उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा.
ट्रैक्टर परेड के दौरान हादसे में एक किसान की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि किसान तेज रफ्तार से ट्रैक्टर चला रहा था, जिसके कारण वो पलट गई और हादसे में उसकी मौत हो गई. डीडीयू मार्ग पर हुए इस हादसे के बाद कुछ किसान वहां पर धरने पर बैठ गए और आरोप पुलिस पर लगाया गया. मृतक का नाम नवनीत सिंह है. 30 वर्षीय नवनीत उत्तराखंड के रहने वाले थे.
ITO से सभी प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली की सीमाओं पर लौट गए हैं. वहीं, ITO पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है. उदर, हरियाणा में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. हरियाणा के डीजीपी ने सख्ती दिखाई है. उन्होंने कहा है कि उपद्रवियों और दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा.
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद भारतीय रेलवे ने अहम फैसला लिया है. रेलवे ने उन सभी लोगों के टिकट का पूरा पैसा वापस करने का निर्णय लिया है, जिन्हें दिल्ली से ट्रेन पकड़ना था, लेकिन वो समय पर स्टेशन नहीं पहुंच पाए. रेलवे की ओर से यात्रियों से अपील की गई है कि जिनकी भी ट्रेन आज रात 9 बजे तक दिल्ली से थी वो रिफंड के लिए अप्लाई कर दें.
किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई बैठक 2 घंटे तक चली. बैठक में तत्काल प्रभाव से उन संवेदनशील जगहों पर सुरक्षाबलों की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं जहां पर आज हिंसा हुई है. यह जगह नांगलोई, आईटीओ और गाजीपुर हैं. गृह मंत्री द्वारा बुलाई गई इस बैठक में आईबी चीफ, गृह मंत्रालय के आला अधिकारी और दिल्ली पुलिस कमिश्नर मौजूद रहे. अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कानून-व्यवस्था दिल्ली में कायम करना प्राथमिकता है.
ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने बयान जारी किया है. पुलिस की ओर से कहा गया है कि आज के ट्रैक्टर रैली के लिए दिल्ली पुलिस ने किसानों के साथ तय हुए शर्तों के अनुसार काम किया और आवश्यक बंदोबस्त किया. दिल्ली पुलिस ने अंत तक काफी संयम का परिचय दिया, परन्तु आंदोलनकारियों ने तय शर्तों की अवहेलना की और तय समय से पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया और आंदोलनकारियों ने हिंसा व तोड़फोड़ का मार्ग चुना, जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए संयम के साथ ज़रूरी कदम उठाए. इस आंदोलन से जन संपत्ति को काफी नुक्सान हुआ है और कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं. आंदोलनकारियों से अपील है कि हिंसा का रास्ता छोड़ शान्ति बनाएं और तय हुए रास्ते से वापस लौट जाएं.
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. उन्हें एलएनजेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. घायल पुलिसकर्मियों में से एक की हालत नाजुक बताई जा रही है.
#WATCH | Farmers break police barricades at Peeragarhi Chowk and move towards Punjab Bagh in Delhi. pic.twitter.com/H2VqOKTaqh
— ANI (@ANI) January 26, 2021
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया. उनका संयम खत्म हो गया, जिसके बाद उन्होंने ट्रैक्टर मार्च निकाला. कानून और व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदार थी, लेकिन वो विफल रही. उन्होंने आगे कहा कि आज जो भी हुआ उसका समर्थन कोई नहीं करेगा, लेकिन इसके पीछे के कारणों को नजरंदाज नहीं किया जा सकता. सरकार समझदारी दिखाए और सही फैसले ले.
दिल्ली में हुई हिंसा के बाद गृह मंत्रालय एक्शन में है. राष्ट्रीय राजधानी के वर्तमान हालात को देखते हुए पैरामिलिट्री फ़ोर्स की 15 कंपनियां तैनात होंगी. इसमें से 10 कंपनियां CRPF की और 5 कंपनियां अन्य पैरामिलिट्री फ़ोर्स की होंगी. सरकार ने दिल्ली में पैरामिलिट्री के 1500 जवानों को तैनात करने का फैसला लिया है.वहीं, दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने सभी जवानों को उपद्रवियों का पूरी शक्ति के साथ मुकाबला करने का आदेश दिया है.