अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठान होना है. ऐसे में देशभर में भक्तों में उत्साह नजर आ रहा है. इस बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने चुनावी सीजन में पश्चिम बंगाल में राम सीता मंदिर का उद्घाटन किया. इस पर बीजेपी भड़की हुई है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बंगाल में राम मंदिर का उद्घाटन करने के टीएमसी के कदम को हिंदू वोट बटोरने के डबल स्टैंडर्ड की पॉलिटिक्स बताया.
बंगाल के मेदिनीपुर में नगर निगम प्रशासन की पहल पर राम मंदिर का उद्गाटन किया गया. मेदिनीपुर से टीएमसी के विधायक जून मालिया ने इस मंदिर का उद्घाटन किया. उद्गाटन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बनारस से 10 पुजारी शामिल हुए थे.
इस पर बीजेपी सांसद दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल दोहरे मापदंड की राजनीति कर रही है. पार्टी ने राज्य में अल्पसंख्यक वोटों की खातिर अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का न्योता ठुकरा दिया था. लेकिन हिंदू वोटों की खातिर मेदिनीपुर में राम सीता मंदिर का उद्घाटन कर दिया. ये कुछ नहीं बस कोरी राजनीति है.
इस पर टीएमसी विधायक जून मालिया ने कहा कि मुझे नहीं पता कि दिलीप दा ने ऐसा क्यों कहा. मैं उनका सम्मान करता हूं. हमने त्योहारों के सभी रीति-रिवादों में हिस्सा लेते हैं. यह एक जश्न की तरह ही है.
22 जनवरी को होनी है रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा
अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे. ऐसे में केंद्र से लेकर राज्य सरकार के अधिकारी कार्यक्रम की तैयारियों में व्यस्त हैं. अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से एक हफ्ते पहले धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे. प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मेहमानों को न्योते भेजे जा रहे हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों ने बेहद सधे अंदाज में अतिथियों की लिस्ट तैयार की है.
मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का समय 12.20 बजे तय किया गया है. यानी 12 बजकर 20 मिनट पर कार्यक्रम की शुरुआत होगी. कर्मकांड की सभी विधि वाराणसी के लक्ष्मीकांत दीक्षित के द्वारा संपन्न होगी. प्राण प्रतिष्ठा की विधि कल यानी 16 जनवरी से शुरू हो जाएगी और पूजन विधि 21 जनवरी तक चलेगी. मंदिर में भगवान राम के बालरूप को स्थापित किया जाएगा.