संसद के दोनों सदनों में सोमवार को भी हंगामा जारी रहा. हंगामे के बीच ही लोकसभा में दो महत्वपूर्ण विधेयक पेश हुए. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने जनविश्वास (संशोधन) विधेयक 2025 लोकसभा में पेश किया. वहीं, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (संशोधन) विधेयक 2025 पेश किया. इनमें से एक विधेयक लोकसभा में पेश होते ही सेलेक्ट कमेटी को भेज दिया गया.
दरअसल, लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हुई और करीब 18 मिनट में ही स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
दोपहर 12 बजे जब सदन की कार्यवाही दूसरी बार शुरू हुई, आसन पर डिप्टी स्पीकर पैनल से संध्या राय आईं. पीठासीन ने विपक्ष के हंगामे के बीच ही लिस्टेड बिजनेस लिए. उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने जनविश्वास (प्रावधानों में संशोधन) विधेयक 2025 लोकसभा में पेश किया.
उन्होंने यह बिल पेश करते हुए कहा कि विधेयक में कुछ अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर कर युक्तिसंगत बनाने के लिए कुछ अधिनियमों में संशोधन किया जाना है. इससे जीवन और व्यापार को और बेहतर बनाया जा सकेगा. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने यह बिल पेश करने के बाद इसे सलेक्ट कमेटी को भेजने का प्रस्ताव भी रखा.
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सदन ने ध्वनिमत से यह बिल सलेक्ट कमेटी को भेजने के प्रस्ताव पर सहमति दे दी. यह बिल सलेक्ट कमेटी को भेज दिया गया है. सलेक्ट कमेटी के सदस्यों का मनोनयन स्पीकर करेंगे. सलेक्ट कमेटी के लिए नियम और शर्तें भी स्पीकर ही तय करेंगे. कमेटी अपनी रिपोर्ट अगले सत्र यानी शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन को सौंपेगी.
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वहीं, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने द इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ मैनेजमेंट (अमेंडमेंट) बिल 2025 लोकसभा में पेश किया. यह बिल इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ मैनेजमेंट एक्ट 2017 में और संशोधन के लिए लाया गया है. ये बिल पेश होने के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.