संसद के चालू मॉनसून सत्र के चौथे हफ्ते की कार्यवाही का सोमवार को हंगामेदार आगाज हुआ. विपक्षी सदस्यों ने बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के मुद्दे पर दोनों सदनों में जोरदार हंगामा किया. हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 और राज्यसभा 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.
कार्यवाही स्थगित करने की घोषणा से पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदस्यों को कड़ी चेतावनी भी दी. स्पीकर ओम बिरला ने वेल में आकर हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीट पर जाने की अपील करते हुए कहा कि यह प्रश्नकाल है. उन्होंने कहा कि जितनी जोर से आप नारेबाजी कर रहे हैं, उतनी जोर से अगर आप प्रश्न पूछें, तो देश की जनता का कल्याण हो जाएगा.
स्पीकर ने यह भी कहा कि आपको जनता ने सरकारी संपत्ति तोड़ने के लिए नहीं भेजा है. चेतावनी दे रहा हूं कि किसी भी माननीय सदस्य को यह प्रीविलेज नहीं है, कि वह सरकारी संपत्ति को तोड़ने का प्रयास करे. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अगर आपने सरकारी संपत्ति को तोड़ने का प्रयास किया, तो मुझे कुछ निर्णायक फैसले करने पड़ेंगे.
यह भी पढ़ें: बिहार SIR पर और गहराई रार, लोकसभा 12 और राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित
स्पीकर ने कहा कि देश की जनता आपको देखेगी. उन्होंने यह भी कहा कि कई विधानसभाओं के अंदर इस तरह की घटना पर माननीय सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. आपको फिर चेतावनी देता हूं, सरकारी संपत्ति को तोड़ने का प्रयास आप नहीं करें. स्पीकर ओम बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों को चेतावनी देने के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
यह भी पढ़ें: SIR-'वोट चोरी' पर लड़ाई और गरमाई, मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव ला सकता है विपक्ष
वहीं, राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही उपसभापति हरिवंश ने नगालैंड के राज्यपाल एल गणेशन के निधन की सूचना सदन को दी और उच्च सदन के पूर्व सदस्य के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. इसके बाद हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.