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कर्नाटक: तहसीलदार ने चाय की दुकान पर धोए जूठे ग्लास, वीडियो वायरल

कर्नाटक  के गडग जिले के एक तहसीलदार का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में तहसीलदार चाय की दुकान पर जूठे ग्लास धोते नजर आ रहे हैं. ऐसा तहसीलदार ने क्यों किया, इसे लेकर तमाम सवाल भी उठ रहे हैं. 

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जूठा ग्लास धोते तहसीलदार
जूठा ग्लास धोते तहसीलदार
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मुदारंगी में तैनात हैं तहसीलदार
  • शिकायत के बाद पहुंचे गांव में 
  • जूठे ग्लास धोकर दिया खास संदेश

कर्नाटक के गडग जिला के मुदारंगी के तहसीलदार का चाय की दुकान पर जूठे ग्लास धोते हुए एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लेकर तमाम चर्चाएं हो रही हैं. आखिर तहसीलदार जूठे ग्लास क्यों धो रहे हैं. तो आपको बता दें कि मामला बेहद ही हैरान कर देने वाला है. दरअसल तहसीलदार को शिकायत मिली थी कि गांव में छुआछूत का खेल चरम पर चल रहा है. बस इसी शिकायत के बाद तहसीलदार ने ये कदम उठाया. 

मुंदारगी के तहसीलदार अशप्पा पुजार होरोगेरी को गांव से शिकायत मिली थी, कि यहां अनुसूचित जाति वालों के यहां किसी की शादी हो या फिर कोई प्रोग्राम हो, तो स्थानीय दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर देते हैं. इस वजह से इन लोगों को काफी समस्या आती है. पूछे जाने पर बताया गया कि ये दुकान वाले छुआछूत का भेद मानते हैं. ये शिकायत मिलने के बाद तहसीलदार खुद इस गांव में पहुंच गए.

बताया गया कि तहसीलदार गांव में एक चाय की दुकान पर पहुंचे. उनके साथ क्षेत्रीय पुलिस इंस्पेक्टर और समाज कल्याण विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे. तहसीलदार ने चाय पी और इसके बाद वे बर्तन धोने वाली जगह पहुंच गए और वहां जूठे ग्लास धोने लगे. यह देखकर वहां मौजूद लोग हैरान रह गए. कुछ लोगों ने इस पूरे मामले का वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है. वहीं चाय का ग्लास धोने के बाद तहसीलदार ने वहां के दुकानदारों से बात की और आगे से इस प्रकार की हरकत किए जाने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी. 

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इस दौरान तहसीलदार ने कहा कि इस तरह की सामाजिक बुराइयों को जड़ से उखाड़ने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा. वहीं इस मामले में जब तहसीलदार से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि गांव से छुआछूत को लेकर शिकायत मिली थी, जिसके बाद दुकानदारों से बात की गई. उन्होंने बताया कि चाय का जूठा ग्लास धोने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन ये दिखाना चाहता था कि किसी का जूठा ग्लास या बर्तन धोने से कुछ नहीं होता है.

 

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