Russia- Ukraine War: यूक्रेन में रूस के हमले के बाद से युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा. इस बीच अलग- अलग देशों की सरकारें वहां फंसे अपने नागरिकों को निकालने में जुटी हैं.
इधर, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि भारत सरकार की ओर से वहां फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए माइक्रो मैनेजमेंट के जरिए काम किया जा रहा है. आज सात फ्लाइट्स के जरिए बच्चों को भारत लाया जाएगा. तीन दिन में लगभग 27 फ्लाइट्स यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाएंगी.
छात्रों को सुरक्षित जगह रहने की हिदायत
भारतीय छात्रों की वापसी के लिए लगातार फ्लाइट्स भेजी जा रही हैं. प्रधानमंत्री के आदेशानुसार काम हो रहा है. बच्चों में भी भारत सरकार को लेकर पूरा भरोसा है. अभी भी जो बच्चे फंसे हुए हैं उन्हें हिदायत दी जा रही है कि वे सुरक्षित जगह पर रहें. जल्द उन्हें मदद पहुंचाई जाएगी.
पीछे हटने को तैयार नहीं यूक्रेन
बता दें कि रूसी हमलों से यूक्रेन अब पस्त है. लेकिन वो भी अपना दम दिखाने में पीछे नहीं हट रहा है. रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने यूक्रेन के 2203 सैन्य ठिकाने तबाह किए हैं. वहीं यूक्रेन कह रहा है कि उसने रूस के 11 हजार रूसी सैनिक ढेर कर दिए हैं. भले ही यूक्रेन पर रूस 11 दिन से हमला कर रहा है. लेकिन यूक्रेन भी मोर्चे पर डटा हुआ है. वहीं रूस का दावा है कि उसने यूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर लिया है. रूसी सैनिक वहां भारी तबाही मचा रहे हैं. रूस ने अब यूक्रेन के S-300 एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह करने का दावा किया है.
पुतिन बोले- युद्ध का लक्ष्य लोगों की सुरक्षा करना
बताते चलें कि इधर, रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि इस युद्ध का लक्ष्य उन लोगों की सुरक्षा करना था, जो 8 साल से यूक्रेन के नरसंहार को झेल रहे थे. उन्होंने कहा कि डोनबास में लोगों के खिलाफ किए जा रहे जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार युद्ध अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए यूक्रेन में विसैन्यीकरण करना जरूरी था.