जिपलाइन पर जाते हुए शख्स द्वारा रिकॉर्ड किया गया वीडियो सामने आने के बाद पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. वीडियो रिकॉर्ड करने वाले चश्मदीद ऋषि ने आजतक को बताया कि कैसे नीचे गोलियां चल रही थीं और उन्हें इस बारे में 20 सेकंड बाद पता चला. उन्होंने बताया कि आतंकी पुरुष को धर्म पूछ-पूछकर गोली मार रहे थे. वहीं, जब गोलीबारी हो रही थी तो जिपलाइन ऑपरेटर 'अल्लाह हु अकबर' के नारे लगा रहा था.
ऋषि भट्ट ने अपनी आंखों देखी बताते हुए कहा, जब हम लोग जिपलाइन पर पहुंचे तक. वहां माहौल बिल्कुल ठीक था, लेकिन जैसे ही मैंने जिपलाइन स्टार्ट की तो 1 बजकर 28 मिनट के आसपास गोलीबारी शुरू हो गई.
'आतंकियों ने 20 मिनट तक की गोलीबारी'
उन्होंने दावा किया कि आतंकियों ने करीब 20 मिनट तक गोलीबारी की. जब मैं नीचे पहुंचा तो मेरी पत्नी के साथ ने आतंकियों ने दो लोगों को उनका धर्म पूछकर गोली मार दी.
ऋषि ने दावा किया कि उनका तीसरा टारगेट मैं था, लेकिन मेरे जिपलाइन पर जाने के वक्त दो लड़के आए और मुझे से बोले की अंकल हमें जाने दो तो मैंने पहले उन्हों जिपलाइन पर जाने दिया. तो मैं बच गया. वो सात मिनट के अंतर से मेरी जान बच गई.
'20 सेकंड बाद हुआ एहसास'
उन्होंने बताया कि मैं शुरुआत में अपनी मस्ती में मस्त था, लेकिन 20 सेकंड के बाद मुझे गोलीबारी होने का एहसास हो गया. जब मैं वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था, तब लोग नीचे गिर रहे थे. पर मुझे 20 सेकंड के बाद मुझे पता चल गया कि यहां पर आतंकी हमला हुआ है.
7 मिनट में बची मेरी जान: ऋषि
ऋषि ने बताया कि हम लोगों को जो शख्स जिपलाइन करा रहा है, मुझे उसपर शक है. मुझे से पहले 9 लोगों ने जिपलाइन की और वह तब तक नॉर्मल था, लेकिन वीडियो में पीछे दिख रहा शख्स नीचे बैठक उर्दू की कोई किताब पढ़ रहा था. मुझे शक है कि वो शख्स आतंकियों से मिला हुआ था.
उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है, उन्होंने (आतंकियों) सिक्योरिटी गार्ड्स को मार कर उनके कपड़े चुराए और वही पहनकर अंदर घुसे थे. आपको बता दें कि इस वीडियो के सामने आने के बाद जिपलाइन ऑपरेटर जांच एजेंसी के रडार पर आ गया है.