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राकेश टिकैत का केंद्र सरकार पर हमला, 'अकेले बात करने के लिए बुलाते हैं, चक्रव्यूह में फंसाना चाहते हैं'

सयुंक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने केंद्र पर किसानों के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगा दिया है. टिकैत ने कहा है कि उन्हें अकेले बात करने का ऑफर दिया जाता है, लेकिन वे जाते नहीं हैं क्योंकि वो एक चक्रव्यूह है.

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राकेश टिकैत का केंद्र पर हमला
राकेश टिकैत का केंद्र पर हमला
स्टोरी हाइलाइट्स
  • राकेश टिकैत का केंद्र पर हमला
  • चक्रव्यूह में फंसाने का लगाया आरोप
  • सिंघु हत्या को बताया साजिश

सयुंक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने केंद्र पर किसानों के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगा दिया है. टिकैत ने कहा है कि उन्हें अकेले बात करने का ऑफर दिया जाता है, लेकिन वे जाते नहीं हैं क्योंकि ये एक चक्रव्यूह है.

टिकैत का केंद्र पर हमला

आजतक से बात करते हुए टिकैत ने बोला कि हमारे पास में लोग आते हैं और कहते हैं कि वह आ जाएं अकेले बात कर लें. कहते हैं कि सरकार के मंत्री से बात करवा देंगे लेकिन हम कहते हैं कि संयुक्त मोर्चा से सिर्फ बात होगी. मैं अकेले नहीं जाऊंगा. सरकार फूट डालने की कोशिश कर रही है. वह एक आदमी को बुलाते हैं उनसे बात करते हैं उसकी फोटो खींचकर के सोशल मीडिया पर डाल देते हैं.

वहीं सिंघु बॉर्डर हत्या को राकेश टिकैत ने केंद्र की एक साजिश बता दिया है. उनकी नजरों में सरकरा सिर्फ भड़काने का काम कर रही है. किसान आंदोलन खत्म करने का प्रयास है.

पहले ही मैं बता रहा था कि कुछ ना कुछ कर्मकांड सरकार कर रही है. सिंघु बॉर्डर हत्या मामले पर तो अगर सरकार उकसा कर काम करवा रही है तो 120b के तहत मुजरिम है सरकार. जिस लड़के की डेथ हुई उसके पास किराया गांव से शहर तक का नहीं था. वह दिल्ली कैसे आया. तो अगर जांच होगी तो इसमें कोई ना कोई राज जरूर सामने आएगा. पूरे मामले की जांच होनी चाहिए, उसके फोन की भी जांच हो कि किस-किस से उसकी बात होती थी.

राकेश टिकैत, किसान नेता

सरकार की जांच एजेंसियों पर सवाल

अब टिकैत ने जांच की बात तो की है लेकिन ये भी सवाल उठा दिया है कि ये जांच करेगा कौन. उनकी नजरों में हर जांच एजेंसी सीधे सरकार के कंट्रोल में है, ऐसे में निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती. वहीं कैप्टन अमरिंदर की मध्यस्था वाले प्रस्ताव पर भी टिकैत ने दो टूक जवाब दे दिया है.

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उनके मुताबिक बात किसी से भी की जा सकती है, लेकिन वो सिर्फ मुद्दों पर होनी चाहिए. वे कहते हैं कि हमें किसी से भी कोई एतराज नहीं है, कोई भी मध्यस्थता कर ले, लेकिन जो हमारे मुद्दे हैं उस पर बात कर लें, हमारा मामला बस इतना है कि इसका समाधान होना चाहिए.

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