राजस्थान में चुनावी समर की तैयारी ज़ोर पकड़ती दिख रही है. भारतीय जनता पार्टी ने बीते शनिवार अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की थी. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नाम शामिल हैं. राजस्थान की सत्ता में वापसी के सपने देख रही बीजेपी ने अब तक 200 में से 124 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, लेकिन पार्टी को कई जगह इसके लिए विरोध का सामना करना पड़ रहा है. जयपुर, राजसमंद, बूंदी, उदयपुर समेत सूबे के अलग अलग हिस्सों में बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने पार्टी के ख़िलाफ़ मोर्चा बुलंद किया. राजसमंद से तो ये भी खबर आई कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यालय में ही तोड़ - फोड़ की. चित्तौड़गढ़ में बीजेपी स्टेट प्रेसिडेंट सीपी जोशी के घर पर भी पथराव किया गया. राजस्थान में 25 नवंबर को एक फेज में वोटिंग होने वाली है, सुनिए 'दिन भर' में
छोटे दलों से कांग्रेस परेशान?
अब रुख़ करते हैं एक और चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ का. कल शाम काँग्रेस ने यहाँ अपने बचे-खुचे कैंडिडेट्स के नाम भी जाहिर कर दिए हैं. कांग्रेस की सात उम्मीदवारों की आख़िरी लिस्ट में एक-एक सीट एससी और एसटी कैटेगरी के लोगों के नाम हैं. बाकी पांच सीटों में से तीन पर ओबीसी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है. सात में से चार टिकट महिला उम्मीदवारों को भी दिया गया है. सुनिए 'दिन भर' में
अब तारीख नहीं... इंसाफ मिलेगा!
तारीख पे तारीख पे तारीख.. इंसाफ नहीं मिला माई लॉर्ड, मिली है तो सिर्फ ये तारीख.. डायलॉग सनी देओल ने मारा था.. फिल्म दामिनी थी.. लेकिन अब इंसाफ मिलेगा और वो भी कम तारीखों में. ऐसा इसलिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने दो अहम इंस्ट्रक्शंस दे दी हैं. एक्चुअली हमारी कोर्ट में पेंडिंग केसेज़ का अंबार लगा है. खुद कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने जुलाई में संसद को बताया था कि अदालतों में 5 करोड़ से भी ज़्यादा केस में फैसलों का इंतज़ार है. अकेले सुप्रीम कोर्ट में करीब 70 हज़ार केस हैं. National Judicial Data Grid का डेटा बताता है कि हाईकोर्ट्स, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट्स और सब ऑर्डिनेट कोर्ट्स तक हाल यही है. 14 जुलाई तक देश की हाईकोर्ट्स में 60 लाख से ज़्यादा, ज़िला और अधीनस्थ कोर्ट में करीब साढ़े चार करोड़ केसेज़ पेंडिंग थे. कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने ये हालात देखकर कहा कि इन्हें जल्द से जल्द निपटाने के लिए प्रो-एक्टिव होने की जरूरत है. देश में 6% आबादी मुकदमेबाजी से प्रभावित है, तो कोर्ट ने दो अहम निर्देश दिए हैं ताकि मुकदमों का बोझ जल्दी जल्दी कम हो, सुनिए 'दिन भर' में,
बिशन सिंह बेदी
बेजोड़, बेबाक और बड़े दिल वाला
इंडिया में क्रिकेट वर्ल्ड कप अपने शबाब पर है. इस बीच आज खेल जगत के लिए एक बुरी खबर सामने आई. इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज लेफ्ट ऑर्म स्पिनर बिशन सिंह बेदी का निधन हो गया है. 77 साल के बेदी पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. 25 सितंबर 1946 को पंजाब के अमृतसर में पैदा हुए बिशन सिंह बेदी का क्रिकेट करियर करीब 12 साल का रहा. इस दौरान उन्होंने भारत के लिए कुल 77 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जिसमें 67 टेस्ट मुक़ाबले शामिल हैं और उनके नाम के आगे 273 इंटरनेशनल विकेट हैं. अपने टेस्ट करियर में बेदी ने 15 बार एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा भी किया और एक बार मैच में 10 विकेट भी लिए. उनके निधन पर देश की कई बड़ी हस्तियों ने शोक जताया है. पीएम मोदी ने लिखा है, "जाने-माने क्रिकेटर श्री बिशन सिंह बेदी जी के निधन से बहुत दुखी हूं. उनका खेल के प्रति जुनून अटूट था और उनकी शानदार गेंदबाज़ी ने भारत को कई यादगार जीत दिलाई. वह क्रिकेट के भविष्य के खिलाड़ियों को प्रेरित करते रहेंगे." तो बिशन सिंह बेदी किस तरह के खिलाड़ी थे, क्रिकेट के खेल में उन्होंने क्या मुकाम हासिल है और उन्हें क्यों याद किया जाएगा, सुनिए 'दिन भर' में