कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए कहा कि पहली बात तो ये कि यह हाइड्रोजन बम नहीं है. हाइड्रोजन बम आ रहा है. यह इस देश के युवाओं को दिखाने और स्थापित करने में एक और मील का पत्थर है कि चुनावों में कैसे धांधली की जा रही है.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं पुख्ता सबूतों के साथ अपनी बात कह रहा हूं और आपको बता रहा हूं कि वोट कैसे बदले गए? राहुल ने दावा किया कि कर्नाटक के आलंद में फेक लॉगइन का इस्तेमाल कर 6000 से ज्यादा वोट काटे गए.
उन्होंने इस दौरान प्रेजेंटेश के दौरान वोट चोरी के आरोप और सबूत दिखा गए. राहुल ने इस दौरान ऐसे वोटर्स से भी मुखातिब किया, जिनके नाम वोटर्स लिस्ट से डिलीट किए गए. इन्हीं में से एक गोडाबाई हैं.
राहुल ने बताया कि वोट काटे जाने के ये प्रयास उन बूथ पर किए गए, जहां कांग्रेस पार्टी जीत रही थी. इस दौरान राहुल ने गोडाबाई नाम की महिला का उदाहरण दिया. उन्होंने बताया कि किसी ने गोडाबाई के नाम से फेक लॉगइन बनाकर 12 वोट डिलीट करने की कोशिश की और गोडाबाई को इसका कोई इल्म नहीं था.

राहुल ने कहा कि कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र में किसी ने 6018 वोटों को डिलीट करने की कोशिश की. हमें नहीं पता कि 2023 चुनाव में कुल कितने वोट डिलीट किए गए. ये 6028 वोटों से ज्यादा हैं लेकिन कोई इन 6018 वोटों को डिलीट करते हुए पकड़ा गया और यह संयोग से पकड़ा गया.
राहुल ने इसी सिलसिले में बताया कि बूथ स्तर के अधिकारी को पता चला कि एक महिला के अंकल का वोट डिलीट हुआ है. इसलिए इन्होंने चेक किया कि इनके अंकल का वोट किसने डिलीट किया. इन्हें पता चला कि इनके ही पड़ोसी ने इनका वोट काट दिया. जब इन्होंने अपने पड़ोसी से पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई वोट डिलीट नहीं किया. यानी जो शख्स वोट डिलीट कर रहा है और जिसका वोट डिलीट हो रहा है, दोनों को ही पता नहीं है. मतलब किसी और ने ही इस पूरी प्रक्रिया को हाइजैक कर वोट काटा.
राहुल ने दावा किया कि कांग्रेस के मतदाताओं को निशाना बनाया गया. दलित और ओबीसी इनके निशाने पर थे. टारगेट कर वोटर्स के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए. कांग्रेस की संभावनाओं को कमजोर करने के लिए वोटर्स के नाम सिलसिलेवार ढंग से डिलीट किए गए.
बता दें कि वोट चोरी को लेकर राहुल गांधी की यह दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस हैं. राहुल ने सात अगस्त को अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि वोट चोरी के लिए उन्होंने बीजेपी से सांठगांठ की.