राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में पंजाब के 10 साल के बालक श्रवण सिंह को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया. फिरोजपुर जिले के ममदोट गांव के रहने वाले श्रवण ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तानी सेना से मुकाबला कर रहे भारतीय सैनिकों की निस्वार्थ सेवा की थी.
श्रवण ने सीमावर्ती गांव में तैनात जवानों को अपने घर से चाय, पानी, दूध और लस्सी पहुंचाकर उनकी सहायता की.
श्रवण को यह सम्मान बहादुरी और समाज सेवा के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया गया है. यह प्रतिष्ठित पुरस्कार राष्ट्रपति द्वारा कुल 20 बच्चों को प्रदान किया गया.
ऑपरेशन सिंदूर और श्रवण का सेवा भाव...
श्रवण सिंह की बहादुरी और सेवा भाव की चर्चा अब पूरे देश में हो रही है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब तनाव चरम पर था, तब यह छोटा बच्चा बिना डरे सैनिकों की मदद में जुटा रहा. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पोस्ट में श्रवण की तारीफ की. उन्होंने कहा कि श्रवण ने हमारे गुरुओं द्वारा दी गई सेवा की शिक्षा का पालन किया है. मुख्यमंत्री ने बच्चे के साहस और देश के प्रति उसके जज्बे को सलाम करते हुए इसे पूरे पंजाब के लिए गर्व की बात बताया.
यह भी पढ़ें: क्रिकेट के नन्हे सितारे वैभव सूर्यवंशी को मिला बड़ा सम्मान... प्रधानमंत्री वीर बाल पुरस्कार से नवाजे गए
क्या था ऑपरेशन सिंदूर और सेना की कार्रवाई?
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था. इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी. इसके जवाब में 7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा के मुरीदके स्थित गढ़ों को निशाना बनाया. इसके बाद पाकिस्तान की ओर से किए गए जवाबी हमलों को भी भारतीय सेना ने पूरी तरह नाकाम कर दिया था.
यह भी पढ़ें: दिल्ली की सुहानी को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, बनाया सौरऊर्जा से चलने वाला कृषि वाहन
नेताओं और अधिकारियों ने जताया गर्व
श्रवण की इस उपलब्धि पर पंजाब के सियासी दिग्गजों ने खुशी जाहिर की है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने ममदोट के इस बेटे के साहस की सराहना करते हुए कहा कि पंजाब के बेटों ने हमेशा देश के लिए बलिदान दिया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी श्रवण की देशभक्ति को सलाम किया. फिरोजपुर की डीसी दीपशिखा शर्मा ने इसे जिला और देश के लिए गर्व का क्षण बताया. श्रवण का यह पुरस्कार उन सभी के लिए प्रेरणा है जो देश सेवा का सपना देखते हैं.
यह भी पढ़ें: पर्वतारोही, AI साइंटिस्ट, गूगल बॉय... जानिए कौन हैं वो 19 प्रतिभाशाली बच्चे जिन्हें मिला बाल पुरस्कार