भारत के बैंकों के साढ़े तेरह हजार करोड़ रुपये लूट कर भागने वाला मेहुल चोकसी बचेगा या फिर भारत लाया जाएगा. इसको लेकर बुधवार को 6.30 बजे फैसला हो जाएगा. कुछ घंटों बाद मेहुल चौकसी पर कैरेबियाई देश डोमिनिका की अदालत में सुनवाई शुरू होगी. जहां ये तय होगा कि वो डोमिनिका में सजा काटेगा या फिर एंटीगा वापस भेज दिया जाएगा. या फिर भारतीय एजेंसियों को सौंप दिया जाएगा. डोमिनिका में प्रवर्तन निदेशालय की टीम लगातार मेहुल चौकसी की घेराबंदी करने में जुटी है.
जिस डोमिनिका से मेहुल चौकसी को भारत लाया जाना है. वो हमारे देश से 14108 किलोमीटर दूर है. जहां की अदालत बुधवार को ये तय करेगी कि चौकसी भारत आएगा या नहीं. वहीं इसके ही पास में एंटीगा है. मेहुल चौकसी जहां का नागरिक है. दावा है कि 23 मई को उसे यहीं से अगवा करके डोमिनिका लाया गया.
मेहुल चौकसी जब से डोमिनिका में मिला है. उसे लेकर सवालों की झड़ी लग गई है. सवाल उठ रहे हैं कि वो यहां कैसे पहुंचा? क्या वो हनी ट्रैप का शिकार हो गया? या भारत ये धोखेबाज एक बार फिर भारतीय एजेंसियों की आंख में धूल झोंकने के लिए नाटक कर रहा है. लेकिन भारत में सबके मन में एक सवाल है, और वो ये कि क्या मेहुल चोकसी को भारत लाया जा सकेगा. बुधवार शाम 6.30 बजे डोमिनिका की अदालत में इसे लेकर सुनवाई होनी है.
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आजतक को EXCLUSIVE जानकारी मिली है कि मेहुल चोकसी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय डोमिनिका की अदालत में एक शपथ पत्र पेश करेगा. इस शपथ पत्र में मेहुल चोकसी से सभी अपराधों की जानकारी होगी. ED के अफसरों की ये कोशिश अदालत को ये समझाने की होगी कि मेहुल को क्यों भारत को सौंपना जरूरी है.
सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय की टीम डोमिनिका की अदालत में जो शपथपत्र पेश करेगी उसमें मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस का प्रमुखता से जिक्र होगा. इसी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर अदालत से मेहुल चोकसी को भारत को सौंपने की गुजारिश की जाएगी.
माना जा रहा है कि सारा जोर इस बात पर रहेगा कि मेहुल चोकसी भारत का नागरिक है. उसने भारत में घपला किया है. उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस है. ऐसे में उसे भारत को सौंपना हर लिहाज से ठीक होगा. कहीं कोई कमी न रह जाए. इसके लिए ED के अफसरों ने डोमिनिका में मौजूद भारतीय अधिकारियों से मेहुल से संबंधित दस्तावेज शेयर किए हैं. ताकि जब अदालत में ये मामला आए तो भारत को अपना पक्ष रखने का भरपूर मौका मिले.
मेहुल चौकसी पर आगे क्या हो सकता है, इसे लेकर जानकार तीन बातों पर सहमत दिखते हैं. जिसमें-
1. डोमिनिका कोर्ट कह सकता है कि मेहुल अवैध रूप से यहां आया इसलिए उस पर यहीं केस चले. सजा दी जाए.
2. डोमिनिका कोर्ट मेहुल को एंटीगा वापस भेज सकता है. क्योंकि वो वहां का नागरिक है.
3. डोमिनिका की अदालत मेहुल चौकसी को भारत को सौंप दे. क्योंकि उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस है. मेहुल चौकसी की भारतीय नागरिकता अब भी बरकरार है.
बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक (PNB) स्कैम केस के आरोपी मेहुल चोकसी पहले एंटीगा में रुका हुआ था, लेकिन हाल ही में उसे डोमिनिका में पकड़ा गया. मेहुल चोकसी के वकील का दावा है कि उसे किडनैप किया गया था, जबकि ये भी कहा जा रहा है कि मेहुल चोकसी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ डोमिनिका में आया था.
अभी भले ही पूरा राज ना खुला हो लेकिन मेहुल चोकसी के कारण भारत से लेकर कैरिबियाई देशों तक हलचल मची हुई है. मेहुल चोकसी अभी भी पुलिस की गिरफ्त में हैं, हाल ही में उसकी कुछ तस्वीरें सामने आई जिसमें उसे चोट लगी हुई है.