कोरोना संकट की दूसरी लहर के बेहद खतरनाक रूप अख्तियार किए जाने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि चुनौती बड़ी है लेकिन हिम्मत के साथ जीतेंगे भी. साथ ही उन्होंने कोरोना से निपटने के लिए नवरात्रि, राम नवमी और रमजान के जरिए मंत्र भी दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संबोधन में कहा कि आज नवरात्रि का आखिरी दिन है. कल रामनवमी है और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का यही संदेश है कि हम मर्यादाओं का पालन करें. कोरोना के इस संकट काल में कोरोना से बचने के जो भी उपाय हैं, कृपया करके उनका पालन शत प्रतिशत करिए.
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में रमजान का जिक्र करते हुए कहा कि रमजान के पवित्र महीने का भी आज सातवां दिन है. रमजान हमें धैर्य, आत्मसंयम और अनुशासन की सीख देता है. कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए हमें अनुशासन की भी उतनी ही जरूरत है.
लॉकडाउन अंतिम विकल्प होः PM मोदी
लॉकडाउन लगाए जाने को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है. मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें. लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है. माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है.
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अपने बाल मित्रों से एक बात विशेष तौर पर कहना चाहता हूं. मेरे बाल मित्र, घर में ऐसा माहौल बनाएं कि बिना काम, बिना कारण घर के लोग, घर से बाहर न निकलें. आपकी जिद बहुत बड़ा परिणाम ला सकती है.
पीएम मोदी ने युवाओं को आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि मेरा युवा साथियों से अनुरोध है की वो अपनी सोसायटी में, मोहल्ले में, अपार्टमेंट्स में छोटी-छोटी कमेटियां बनाकर कोविड अनुशासन का पालन करवाने में मदद करें. हम ऐसा करेंगे तो सरकारों को न कंटेनमेंट जोन बनाने की जरूरत पड़ेगी, ना कर्फ़्यू लगाने की और ना लॉकडाउन लगाने की.
जो पीड़ा आप सह रहे उसका ऐहसासः PM मोदी
पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि कोरोना के खिलाफ देश आज फिर बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहा है. कुछ सप्ताह पहले तक स्थितियां संभली हुई थीं और फिर ये कोरोना की दूसरी वेव तूफान बनकर आ गई. जो पीड़ा आपने सही है, जो पीड़ा आप सह रहे हैं, उसका मुझे ऐहसास है.
पीएम मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने बीते दिनों में अपनो को खोया है, मैं सभी देशवासियों की तरफ से उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. परिवार के एक सदस्य के रूप में, मैं आपके दुःख में शामिल हूं. चुनौती बड़ी है, लेकिन हमें मिलकर अपने संकल्प, हौंसले और तैयारी के साथ इसको पार करना है.