भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया. उनका यह भाषण ऑपरेशन सिंदूर के तहत 100 से ज्यादा आतंकवादियों के मारे जाने के कुछ दिनों बाद आया. भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके में जैश, लश्कर और हिजबुल के 9 आतंकी शिविरों पर सटीक हमला करके उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया था. भारत की इस कार्रवाई के बाद 8 और 9 मई की रात पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन्स और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की, जिन्हें भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया. जवाब में भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेसों को बर्बाद कर दिया.
पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था. भारत की आक्रमक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा और बुरी तरह पिटने के बाद 10 मई के दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे DGMO को संपर्क किया. पाकिस्तान को यह आश्वासन देने के लिए मजबूर होना पड़ा कि उनकी ओर से कोई आतंकवादी गतिविधि या सैन्य कार्रवाई नहीं होगी. सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद, हमने पाकिस्तान के आतंकवादी केंद्रों और सैन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ अपने अभियानों को अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला किया. हालांकि, हम सतर्क हैं और भविष्य में उनकी कार्रवाइयों पर बारीकी से नजर रखेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मैं फिर दोहरा रहा हूं, हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर अपनी जवाबी कार्रवाई को अभी सिर्फ स्थगित किया है, आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वह क्या रवैया अपनाता है. निश्चित तौर पर ये युग युद्ध का नहीं है, लेकिन ये युग आतंकवाद का भी नहीं है. टेररिज्म के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, एक बेहतर दुनिया की गारंटी है. पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार, जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे हैं वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा. पाकिस्तान को अगर बचना है, तो उसे अपने टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा. भारत का मत एकदम स्पष्ट है... टेरर और टॉक, एक साथ नहीं हो सकते. टेरर और ट्रेड, एक साथ नहीं चल सकते. और... पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकता.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के ड्रोन्स और मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया. पाकिस्तानी वायुसेना के उन एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिन पर पाकिस्तान को बहुत घमंड था. भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था. भारत की आक्रमक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा और बुरी तरह पिटने के बाद 10 मई के दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे DGMO को संपर्क किया. पाकिस्तान को यह आश्वासन देने के लिए मजबूर होना पड़ा कि उनकी ओर से कोई आतंकवादी गतिविधि या सैन्य कार्रवाई नहीं होगी. सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद, हमने पाकिस्तान के आतंकवादी केंद्रों और सैन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ अपने अभियानों को अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला किया. हालांकि, हम सतर्क हैं और भविष्य में उनकी कार्रवाइयों पर बारीकी से नजर रखेंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत द्वारा आतंकवादी ठिकानों पर किए गए निर्णायक हमले ने पाकिस्तान को झकझोर कर रख दिया, जिससे उसका नेतृत्व सकते में आ गया. आतंकवाद के खिलाफ भारत के प्रयासों का समर्थन करने के बजाय, पाकिस्तान ने हमारे धार्मिक स्थलों, स्कूलों, नागरिक घरों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले करके जवाबी कार्रवाई की. हालांकि, इस शत्रुता ने पाकिस्तान की कमजोरियों को उजागर करने का ही काम किया. दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोनों को भारत की उन्नत और मजबूत रक्षा प्रणालियों ने आसानी से बेअसर कर दिया, और उनके आक्रमण को हवा में ही ताश के पत्तों की तरह ध्वस्त कर दिया. जबकि पाकिस्तान ने भारत की सीमाओं को निशाना बनाने का लक्ष्य रखा था, भारत ने रणनीतिक रूप से जवाब दिया, उनके मुख्य बुनियादी ढांचे पर सटीक प्रहार किया.
पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि दुनिया ने देखा, कैसे पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं. भारत के सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया. पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया. तब तक हम आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे, आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था। पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डों को हम खंडहर बना चुके थे. इसलिए पाकिस्तान की ओर से जब गुहार लगाई कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा तो भारत ने भी उस पर विचार किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था... इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्ट्स उजाड़ दिए. भारत के इन हमलों में 100 से अधिक खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया. आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है, लेकिन जब देश एकजुट होता है, नेशन फर्स्ट की भावना से भरा होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है, तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं. परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हमारी सेना ने आतंकवादियों के गढ़ों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए, तो उन्होंने न केवल इन संगठनों के भौतिक ढांचे को नष्ट कर दिया, बल्कि उनके मनोबल को भी बड़ा झटका दिया. बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकवादी केंद्र लंबे समय से वैश्विक आतंकवाद के लिए प्रजनन स्थल के रूप में काम करते रहे हैं. दुनिया भर में कई बड़े आतंकवादी हमलों का पता इन स्थानों से लगाया गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर, सिर्फ नाम नहीं है, ये देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है. ऑपरेशन सिंदूर, न्याय की अखंंड प्रतिज्ञा है. 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है.
पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया. छुट्टियां मना रहे निर्दोष, मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डालना, ये आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा था, क्रूरता थी. ये देश के सद्भाव को तोड़ने की कोशिश भी थी. मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से ये पीड़ा बहुत बड़ी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ.
पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा, 'आतंकवादियों को खत्म करने के लिए हमने भारतीय सशस्त्र बलों को पूर्ण अधिकार दिए हैं. आज हर आतंकवादी और आतंकी संगठन हमारी बेटियों और बहनों की गरिमा और गौरव को नुकसान पहुंचाने की कोशिश के परिणामों को समझता है. ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं है. यह देश की सामूहिक भावनाओं और लचीलेपन का एक शक्तिशाली प्रतीक है.'
ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, 'हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा. मैं सबसे पहले, भारत की पराक्रमी सेनाओं को, सशस्त्र बलों को, हमारी खुफिया एजेंसियों को, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारतवासी की ओर से सैल्यूट करता हूं. हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया है. मैं उनकी वीरता, उनके साहस, उनके पराक्रम को आज हमारे देश की हर माता, बहन और बेटी को समर्पित करता हूं.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर में भूमिका के लिए बहादुर सशस्त्र बलों, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों को सलाम किया, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकवादी शिविरों पर हमला किया था.
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की हर बेटी, बहन, मां के नाम किया. उन्होंने कहा कि पहलगाम में छुट्टियां मना रहे देशवासियों को धर्म पूछकर मारा गया, ये देश को तोड़ने की घिनौनी कोशिश थी.
पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार देश को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीते दिनों में दुनिया ने भारत का सामर्थ्य और संयम दोनों देखा. उन्होंने देश की तीनों सेनाओं, वैज्ञानिकों को सैल्यूट किया.
भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालातों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे देश को संबोधित करने वाले हैं. ऐसे मौकों पर पीएम मोदी का अचानक संबोधन पहले भी कई बार देशवासियों को चौंकाता रहा है. कभी नोटबंदी का ऐलान तो कभी कोरोना से जुड़ी बड़ी घोषणाएं. पीएम मोदी के रात 8 बजे के संबोधन अक्सर राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों जैसे नोटबंदी, लॉकडाउन, अनुच्छेद 370 या सैन्य अभियानों से जुड़े होते हैं. देशवासियों में इस बात को लेकर उत्सुकता है कि इस बार पीएम मोदी राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में क्या बात करेंगे. पीएम मोदी के संबोधन से जुड़ा हर अपडेट आपको यहां मिलेगा...
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को सशस्त्र बलों को निर्देश दिया था कि पाकिस्तानी सेना की किसी भी कार्रवाई पर भारत का जवाब बड़ा और मजबूत होना चाहिए. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों से कहा कि अगर सीमा पार से गोली चलती है, तो भारत उसका जवाब गोला दागकर दे.
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच निर्धारित वार्ता से पहले एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे. बैठक में एनएसए अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुख शामिल हुए. प्रधानमंत्री 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले पर भारत की कूटनीतिक और सैन्य प्रतिक्रिया की समीक्षा के लिए नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर शीर्ष सरकारी और रक्षा अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें कर रहे हैं. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे- जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे.
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव और 7 से 10 मई तक चली सैन्य गतिविधियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. उनका यह संबोधन दोनों देशों के बीच जमीन, हवा और समुद्र में सभी सैन्य हमलों को रोकने के आपसी समझौते पर पहुंचने के कुछ ही दिनों बाद होगा. पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के बाद यह युद्धविराम हुआ था.