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लोकसभा में गृह मंत्रालय ने बताया- धारा 370 हटाए जाने के बाद आतंकी घटनाओं में आई कमी

गृह मंत्रालय ने लोकसभा मे लिखित जवाब दिया है कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद आतंकी घटनाओं में भारी कमी आई है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गृह मंत्रालय ने लोकसभा में दिया सवाल का जवाब
  • बताया- इस साल फरवरी तक 15 आतंकी घटनाएं

गृह मंत्रालय ने लोकसभा में लिखित जवाब दिया है जिसमें जानकारी दी गई है कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद आतंकी घटनाओं में भारी कमी आई है. इस साल फरवरी तक 15 आतंकी घटनाएं हुई हैं जिसमे 8 आतंकी मारे गए और एक जवान शहीद हुआ है. वहीं, पिछले साल यानी साल 2020 में 244 आतंकी घटनाएं हुईं. इन घटनाओं में 221 आतंकी मारे गए थे.

गृह मंत्रालय के मुताबिक, साल 2019 में 594 आतंकी घटनाएं हुईं जिनमें 157 आतंकी मारे गए. गृह मंत्रालय ने सदन को जो लिखित जानकारी दी है उसके मुताबिक 2020 में आतंकी घटनाओं में 6 आम नागरिक मारे गए, 33 जवान शहीद हुए थे. 2019 में 5 आम नागरिक मारे गए, 27 जवान शहीद हुए थे. दूसरी तरफ कहा यह भी जा रहा है कि लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर भारतीय सुरक्षा बलों की कड़ी कार्रवाई से आतंकियों और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के हौसले इस वक्त पस्त है. यही वजह है कि आतंकी इतने ज्यादा डर गए हैं कि वह भारत में घुसपैठ करने के लिए लॉन्च पैड पर आने से कतरा रहे हैं.

सुरक्षाबलों की एक रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि लॉन्च पैड पर नए साल में आतंकियों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है. सूत्रों के मुताबिक लॉन्च पैड पर जनवरी के महीने में सिर्फ 108 आतंकी देखे गए हैं. भारतीय खुफिया एजेंसियां लगातार एलओसी पर नजर रख रही हैं. आतंकी अब उन लॉन्च पैड पर आने से कतरा रहे हैं, जहां आकर वे घुसपैठ करने की कोशिश करते थे. सूत्रों के मुताबिक 108 आतंकी जो इस वक्त लॉन्च पैड पर हैं, उनमें से 103 जम्मू बॉर्डर के सामने हैं. कश्मीर घाटी के सामने लॉन्च पैड पर सिर्फ पांच आतंकी हैं.

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सेना के ऑपरेशन से डरी है पाकिस्तानी आर्मी

खुफिया एजेंसी के टॉप एस्टेब्लिशमेंट ने आजतक को बताया कि पाकिस्तान की आर्मी और आईएसआई भारत की आर्मी और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के ऑपरेशन से डरी हुई है. यही वजह है कि वह जहां एक ओर समझौता कर रही है तो वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के पाले आतंकी इतने ज्यादा खौफजदा हो गए हैं कि वह लॉन्च पैड पर आने से कतरा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर घाटी में तंगधार सेक्टर के सामने लश्कर और जैश के सिर्फ पांच आतंकी ही मौजूद हैं. यहां के लुम्बिरान लॉन्च पैड पर आतंकियों को इकट्ठा किया है लेकिन ये भी डर के मारे भागने की फिराक में हैं. वहीं, जम्मू सेक्टर के सामने पुंछ कृष्णा घाटी, बिम्बर गली, नौशेरा ,सुंदरबनी हीरानगर, अखनूर और अरनिया सेक्टर के सामने कश्मीर घाटी की अपेक्षा ज्यादा आतंकियों का जमावड़ा है.

खुफिया सूत्रों के मुताबिक बिम्बर गली सेक्टर के सामने चार लॉन्च पैड पर पिछले साल यानी साल 2020  के जनवरी महीने में 177 आतंकी मौजूद थे. इसकी जानकारी अलग-अलग सर्विलांस के जरिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इकट्ठे किए थे. आतंकियों में इतना खौफ इस समय भरा हुआ है कि जनवरी 2021 में इन्हीं चार लॉन्च पैड की बात करें तो यहां सिर्फ 30 आतंकी ही बचे हैं.

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क्या कहते हैं जानकार

जानकार यह मानते हैं की कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों ने जिस तरीके से आतंकियों का सफाया किया है, वैसे में जम्मू के रास्ते से ज्यादा घुसपैठ की कोशिश हो रही है. हालांकि, इन आतंकियों की संख्या काफी कम बताई जा रही है. जो चार्ट मौजूद है उसके मुताबिक पुंछ सेक्टर के सामने मौजूद 5 लॉन्च पैड पर जनवरी के महीने में सिर्फ 21 आतंकी मौजूद थे. वहीं, पिछले साल दिसंबर के महीने में इसी जगह लॉन्च पैड पर 29 आतंकी मौजूद थे और पिछले साल यानी जनवरी 2020 की बात करें तो यहां 71 आतंकियों का जमावड़ा था.

 

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