
संसद के बजट सत्र का दूसरा हिस्सा आज से शुरू हो गया है. राज्यसभा में कार्यवाही की शुरुआत होते ही विपक्ष की ओर से पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर हंगामा किया गया. जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
वहीं, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर लोकसभा में भी विपक्ष का हंगामा देखा गया. विपक्ष की ओर से स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने अस्वीकार कर दिया. इसके बाद विपक्षी की जोरदार नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन जल्द ही सदन की कार्यवाही 7 बजे तक स्थगित कर दी गई.
सुबह 11 बजे के बाद जब फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो कांग्रेस पेट्रोल-डीजल के दामों पर चर्चा के लिए अड़ गई. हालांकि, उपसभापति ने इस चर्चा से इनकार कर दिया. राज्यसभा अब 1 बजे तक के लिए स्थगित हो गई थी. जिसके बाद अब फैसला लिया गया है कि राज्यसभा को मंगलवार से सुबह 11 से शाम 6 बजे तक चलाया जाएगा.
विपक्ष की ओर से सदन में कहा गया कि पेट्रोल, डीजल और सिलेंडर की कीमत बीते कुछ दिनों में ही सातवें आसमान पर हैं, ऐसे में गरीबों को काफी मुश्किल हो रही है. ये एक देशव्यापी मुद्दा है, ऐसे में इसपर सरकार को तुरंत चर्चा करनी चाहिए. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पूरा देश संकट में है, ऐसे में सरकार को कोई हल निकालना चाहिए.

कांग्रेस सांसदों की ओर से राज्यसभा के साथ-साथ लोकसभा में भी पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया है. राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में मनीष तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव दिया है और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर चर्चा की मांग की है.
बता दें कि सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सदन में कई महिला सांसदों ने अपनी बात रखी. इस दौरान सोनल मानसिंह ने अपील करते हुए कहा कि महिला दिवस की तरह ही पुरुष दिवस भी मनाना चाहिए. वहीं, प्रियंका चतुर्वेदी ने महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण की बजाय 50 फीसदी आरक्षण की बात कही.