ओडिशा विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत काफी तल्ख रही. शुक्रवार को सदन में विपक्षी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस ने राज्य सरकार पर किसानों से धान की खरीद में अनियमितता का आरोप लगाते हुए सदन में हंगामा किया. इस दौरान देवगढ़ से बीजेपी विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही ने विधासभा में ही खुदकुशी का प्रयास किया. उन्होंने सदन में सेनिटाइजर पी लिया.
उन्होंने मंडी से किसानों के धान की खरीद के मसले पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यह कदम उठाया. उन्होंने शुक्रवार को यह कदम तब उठाया जब राज्य के फूड सप्लाई और कंज्यूमर वेलफेयर मंत्री रनेंद्र प्रताप स्वैन सदन में सवालों के जवाब दे रहे थे. सुभाष चंद्र पाणिग्रही ने पहले भी दो बार आत्महत्या की चेतावनी दे चुके थे.
इस घटनाक्रम से पहले रनेंद्र प्रताप स्वैन ने कहा कि सरकार किसानों के धान की खरीद के लिए सभी उचित कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि विधायकों से कहा कि वे ऐसे किसानों की लिस्ट मुहैया कराएं जो अपनी खरीफ फसल बेचने से वंचित रह गए हैं.
स्वैन ने शुक्रवार को सदन में कहा कि 26 फरवरी को कुल 57.67 मैट्रिक टन धान की खरीद 10.53 लाख रजिस्टर्ड किसानों से की गई है. अबतक 11.25 लाख किसानों से 60.40 लाख मैट्रिक टन धान की खरीद की गई है. उन्होंने कहा कि 72000 किसानों से 2.73 लाख मैट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है.
गौरतलब है कि सदन में धान की खरीद के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. बीजेपी और कांग्रेस के विधायकों ने सदन में इस मसले पर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. प्रश्नकाल शुरू होने के साथ ही दोनों पार्टियों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी.