scorecardresearch
 

क्या ग्रेटर नोएडा दहेज मौत केस का आरोपी बेगुनाह है? सोशल मीड‍िया के कई ग्रुप्स चला रहे कैंपेन

ग्रेटर नोएडा में 21 अगस्त को निक्की भाटी की जलकर मरने से मौत हो गई थी. अब इस मामले में अलग अलग थ्योरी सामने आ रही है. कुछ लोग न‍िक्की के पक्ष में लगातार उसके पति और परिवारीजनों को दोषी बता रहे हैं. वहीं दूसरी ओर एक पक्ष ऐसा भी है जो व‍िप‍िन भाटी के पक्ष में सोशल मीड‍िया कैंपेन चला रहा है. आइए जानते हैं कि व‍िप‍िन भाटी के समर्थन में लोग क्या कह रहे हैं.

Advertisement
X
व‍िप‍िन के पक्ष में आए पुरुष अध‍िकारों से जुड़े ग्रुप्स (Rep photo)
व‍िप‍िन के पक्ष में आए पुरुष अध‍िकारों से जुड़े ग्रुप्स (Rep photo)

ग्रेटर नोएडा में निक्की भाटी की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके का ध्यान खींचा है. पुलिस जांच अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन सोशल मीडिया पर ट्रायल शुरू हो चुका है. हर कोई अपनी-अपनी कहानी गढ़कर शेयर कर रहा है.

निक्की भाटी (28) की मौत 21 अगस्त को हुई थी. निक्की के परिवार का आरोप है कि पति विपिन भाटी ने दहेज की मांग को लेकर उसे जिंदा जला दिया. वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपी विपिन को पकड़ने के बाद वह फरार होने की कोशिश कर रहा था, तभी गोली लगी और उसे गिरफ्तार किया गया. इसके बाद से ही मामला दो हिस्सों में बंट गया. इसमें एक पक्ष निक्की के लिए न्याय की मांग कर रहा है तो दूसरा विपिन को बेगुनाह बता रहा है.

विप‍िन भाटी के पक्ष में उठी आवाज

Advertisement

सोशल मीडिया पर खासतौर से पुरुष अधिकार कार्यकर्ताओं, गुर्जर समुदाय और विपिन के समर्थकों ने एक बड़ा कैंपेन छेड़ रखा है. कैंपेनर कह रहे हैं कि विपिन को झूठे केस में फंसाया गया है. वे लोगों से अपील कर रहे हैं कि बिना तथ्यों को देखे कोई नतीजा न निकालें.

अब तक #JusticeForVipin और #JusticeforVipinBhati जैसे हैशटैग पर 10 हजार से ज्यादा पोस्ट हो चुके हैं. इंस्टाग्राम पर भी कई पोस्ट और स्टोरी वायरल हो रही हैं. इंडिया टुडे की पड़ताल में सामने आया कि करीब 800 अकाउंट्स ने सिर्फ एक पोस्ट शेयर की, जबकि पुरुष अधिकार कार्यकर्ता का बनाया एक रील 43 हजार से ज्यादा बार देखा गया.

इंडिया टुडे को ऐसे कम से कम 10 एडवोकेसी ग्रुप मिले हैं, जिनमें NGO भी शामिल हैं. इनमें Bhartiya Men, The Purusharth, Sahodar – Equality for Men और SIFF (Gender Biased Laws) जैसे नाम शामिल हैं.

किस तरह शुरू हुआ ये कैंपेन?

शुरुआत में ये कैंपेन गुर्जर समुदाय से जुड़े कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स ने किया था. बाद में इसे पुरुष अधिकार से जुड़े पेजों और ग्रुप्स ने amplify किया. वजह ये भी रही कि हाल ही में कई केसों में पुरुषों की खुदकुशी सामने आई थी, जिसमें पत्नियों पर प्रताड़ना का आरोप था.

Advertisement

विपिन को बेगुनाह बताने वाले चार बड़े दावे

Claim 1: CCTV फुटेज

समर्थक कह रहे हैं कि घटना वाले दिन का एक CCTV क्लिप है जिसमें विपिन घर के बाहर एक दुकान पर दिख रहा है. एक और क्लिप में वो भागते हुए घर में जाता और फिर गाड़ी से निक्की को अस्पताल ले जाता दिखता है. सोशल मीडिया पर इसे बेगुनाही का सबूत बताया जा रहा है, लेकिन अभी तक वीडियो की पुष्टि नहीं हुई है.

Claim 2: सिलेंडर ब्लास्ट

फोर्टिस अस्पताल की एक रिपोर्ट के मुताबिक निक्की ने डाक्टरों को dying statement में कहा था कि जलने की वजह सिलेंडर ब्लास्ट था. इसको लेकर समर्थक इसे हादसा बता रहे हैं. हालांकि, पुलिस को विपिन के घर से थिनर की खाली बोतल और लाइटर मिला है.

Claim 3: पुराना वीडियो ऑफ असॉल्ट

निक्की की बहन कंचन ने एक वीडियो जारी किया जिसमें विपिन और उसकी मां निक्की के साथ मारपीट करते दिख रहे हैं. समर्थक कह रहे हैं कि ये पुराना वीडियो है और असल में निक्की ने कैंची से विपिन पर हमला किया था, जिसके बाद झगड़ा हुआ. उनका आरोप है कि कंचन पुराने वीडियो को निक्की की मौत से जोड़कर पेश कर रही है.

Claim 4: अंतिम संस्कार पिता-ससुर ने किया

Advertisement

घटना के अगले दिन का एक वीडियो वायरल है जिसमें निक्की के ससुर अंतिम संस्कार करते दिख रहे हैं. समर्थकों का तर्क है कि अगर परिवार ने हत्या की होती, तो वे जिम्मेदारी लेने वहां मौजूद क्यों होते.

निक्की का परिवार क्या कहता है?

परिवार का कहना है कि निक्की की मौत दहेज और घरेलू कलह की वजह से हुई. बहन कंचन का कहना है कि निक्की ब्यूटी पार्लर खोलना चाहती थी और इंस्टाग्राम पर reels बनाती थी, जिससे ससुराल वालों से विवाद होता था. इंडिया टुडे ने पहले ही रिपोर्ट किया था कि अक्टूबर 2023 में एक महिला ने विपिन पर FIR दर्ज कराई थी. उसका आरोप था कि विपिन का उससे अफेयर था और जब निक्की को इसकी भनक लगी तो उसने उसे पीटा.

सोशल मीडिया पर #JusticeForNikki

निक्की की बहन कंचन ने ही वो वीडियो डाला जिसमें निक्की आग में जलती हुई दिख रही थी. इसके बाद #JusticeForNikki, #StopDowry और #दहेज_मुक्त_भारत जैसे हैशटैग से सोशल मीडिया पर निक्की के समर्थन में 11,600 से ज्यादा पोस्ट किए गए.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement