जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में 9 जून को हुई तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकवादी हमले से जुड़े मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) आज सात स्थानों पर तलाशी कर रही है. जांच के तहत जिन स्थानों पर तलाशी ली जा रही है, वे हाइब्रिड आतंकवादियों और ओवर-ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) से जुड़े हैं, ऐसा एनआईए के अधिकारियों ने बताया है. पीटीआई के अनुसार, एनआईए की कई टीमें आज सुबह से राजौरी और रियासी जिलों में तलाशी अभियान चला रही हैं.
9 जून को तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही एक बस रियासी जिले में खाई में गिर गई थी, जो कि एक आतंकवादी हमले का शिकार हुई थी. इस हादसे में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग तीन दर्जन लोग घायल हो गए थे. यह घटना शाम 6:10 बजे के आसपास तेरयाथ गांव में हुई, जब बस शिव खोड़ी मंदिर की ओर जा रही थी, जो माता वैष्णो देवी के आधार शिविर के रूप में जाना जाता है.
अधिकारियों ने बताया कि हमले के दौरान बस चालक घायल हो गया था, जिससे वह वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। इस हमले के सिलसिले में अब तक 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है. 17 जून को गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी थी. प्रतिरोध मोर्चा (TRF), जो प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक धड़ा है, ने शुरू में इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन बाद में उसने अपना बयान वापस ले लिया.
अब तक राजौरी के हाकम खान को आतंकियों को भोजन, आश्रय और रसद सहायता देने और हमले से पहले इलाके की रेकी में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है. एनआईए की टीमें आज सुबह से तलाशी कर रही हैं, और अधिकारियों के अनुसार, अधिक जानकारी जल्द ही सामने आएगी. इससे पहले, 30 जून को एजेंसी ने राजौरी में हाइब्रिड आतंकवादियों और उनके ओवरग्राउंड ऑपरेटिवों से जुड़े पांच स्थानों पर छापेमारी की थी.