देशभर के शहरों में बढ़ते औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) स्तर के संबंध में स्वतः संज्ञान लेते हुए NGT ने आदेश पारित किया है. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने उन राज्यों से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है जहां शहरों का AQI गिर गया है या गंभीर, बहुत खराब बना हुआ है. एनजीटी ने इन राज्यों के मुख्य सचिवों को रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है. इन राज्यों के मुख्य सचिवों को सभी संभव तत्काल उपाय करने को कहा गया है.
NGT ने कहा कि ट्रिब्यूनल के 'तत्काल उपचारात्मक कार्रवाई' करने के पहले के निर्देश का पूरी तरह से पालन नहीं किया गया है. संबंधित राज्य प्राधिकारियों और मुख्य सचिवों को अपने दृष्टिकोण की समीक्षा करने और पर्याप्त उपाय करने की आवश्यकता है ताकि संबंधित शहरों में वायु की गुणवत्ता में सुधार हो. एनजीटी ने कहा है कि इसके लिए वायु गुणवत्ता में गिरावट का कारण बनने वाले प्रदूषण के प्रमुख योगदान स्रोत की पहचान करने और इसे नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है. एनजीटी ने कहा कि यह और भी जरूरी है क्योंकि मौजूदा सहायक कारकों के कारण हवा की गुणवत्ता में और गिरावट आ सकती है.
एनजीटी ने कहा कि संबंधित अधिकारियों को इस मुद्दे पर पूरी गंभीरता से विचार करने की जरूरत है, क्योंकि हवा की गुणवत्ता में गिरावट का आम जनता विशेषकर शिशुओं और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. मामले की अगली सुनवाई 22 नवंबर को होगी.
पंजाब में हवा की गुणवत्ता में सुधार
पंजाब में औसत वायु गुणवत्ता AQI में पिछले वर्ष 2022 की तुलना में 7.6% और 2021 की तुलना में 22.8% की कमी देखी गई है. पर्यावरण मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के अनुसार, पीपीसीबी ने छह शहरों में सतत परिवेश वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन (सीएएक्यूएमएस) स्थापित किए हैं. पिछले वर्ष दिवाली-2022 और 2021 के दिनों की तुलना में दिवाली-2023 के दौरान AQI के तुलनात्मक स्तर में सुधार हुआ था. यह रिपोर्ट दिवाली के दिन सुबह 7.00 बजे से दिवाली के अगले दिन सुबह 6.00 बजे तक के आंकड़ों पर आधारित हैं.
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पंजाब के पांच शहरों अमृतसर, लुधियाना, खन्ना, मंडी गोबिंदगढ़ और पटियाला की AQI में पिछले दो साल की दिवाली के दिनों 2022 और 2021 की तुलना में इस साल दिवाली (2023) के दौरान कमी देखी गई है. इस दिवाली पंजाब का AQI 207 था (जो कि मध्यम श्रेणी के लिए अधिकतम AQI मान 200 से थोड़ा अधिक है) जबकि 2022 में 224 और 2021 में 268 था.
मंत्री ने कहा कि इस साल अमृतसर में अधिकतम AQI 235 के साथ दर्ज किया गया. इसके अलावा अमृतसर में पिछले साल AQI का अधिकतम मान 262 देखा गया था. हालांकि, 2021 में AQI का अधिकतम मान 327 (बहुत खराब) जालंधर में देखा गया. इस वर्ष न्यूनतम AQI मंडी गोबिंदगढ़ में दर्ज किया गया, जहां पिछले वर्ष का AQI मान 188 था, जबकि 2021 में AQI मान 220 था. इस वर्ष AQI में सबसे अधिक कमी मंडी गोबिंदगढ़ (18.6%) में देखी गई.