देश लोकसभा चुनाव की ओर बढ़ रहा है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस यानी I.N.D.I.A. दोनों ही अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. देश की जनता का मिजाज इस समय क्या है, अगर आज चुनाव हुए तो चुनावी ऊंट किसकी करवट बैठेगा? ये जानने के लिए इंडिया टुडे और सी-वोटर ने देश के सभी 543 लोकसभा क्षेत्रों में सर्वे किया.
क्या एनडीए को हरा सकता है इंडिया
देश की 26 विपक्षी पार्टियां सत्ताधारी एनडीए का मुकाबला करने के लिए एक मंच पर आ गई हैं. विपक्षी गठबंधन एक सीट पर एक उम्मीदवार, जो जहां मजबूत वो वहां लड़े जैसे फॉर्मूलों से एनडीए को हराने के दावे कर रहा है. इन दावों को लेकर देश की जनता की राय क्या है? इंडिया टुडे और सी-वोटर के मूड ऑफ द नेशन सर्वे के मुताबिक 54 फीसदी लोगों का मानना है कि विपक्षी गठबंधन एनडीए को नहीं हरा पाएगा. 33 फीसदी लोगों का मानना है कि विपक्षी गठबंधन सत्ताधारी एनडीए को हरा सकता है.
अगर आज चुनाव हुए तो एनडीए और इंडिया, किस गठबंधन का क्या होगा?
मूड ऑफ द नेशन सर्वे के मुताबिक अगर आज चुनाव हुए तो बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 43 फीसदीवोट शेयर के साथ 306 लोकसभा सीटें मिल सकती हैं. विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को एनडीए के मुकाबले दो फीसदी कम 41 फीसदी वोट शेयर के साथ 193 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. गैर एनडीए, गैर I.N.D.I.A. दलों को 16 फीसदी वोट शेयर के साथ 44 सीटें मिल सकती हैं. वोट शेयर के लिहाज से दोनों गठबंधनों के बीच मामूली अंतर नजर आ रहा है लेकिन सीटों के मामले में एनडीए को बड़ी बढ़त मिल सकती है.
एनडीए सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि और सबसे बड़ी नाकामी क्या
मूड ऑफ द नेशन सर्वे के मुताबिक 59 फीसदी लोगों ने एनडीए सरकार के कामकाज को लेकर खुशी व्यक्त की है. 19 फीसदी लोग सरकार के कामकाज से नाराज हैं जबकि 22 फीसदी लोगों की राय है- कह नहीं सकते. 21 फीसदी लोगों ने कोरोना वायरस की महामारी के बेहतर मैनेजमेंट को सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि माना है.
13 फीसदी लोग मानते हैं कि भ्रष्टाचार मुक्त सरकार चल रही है. सरकार की सबसे बड़ी नाकामी के सवाल पर 25 फीसदी लोगों ने महंगाई का नाम लिया. 17 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी और 12 फीसदी लोगों ने आर्थिक विकास को सरकार की नाकामी बताया है.
इस समय क्या हैं देश में सबसे अहम मुद्दे
इंडिया टुडे और सी-वोटर के सर्वे में इसे लेकर भी सवाल किया गया था कि देश में सबसे अहम मुद्दे क्या हैं? मंगाई को यहां भी लोगों ने सबसे अहम मुद्दों में से एक माना. 24 फीसदी लोगों ने कीमतों में उछाल को अहम मुद्दा माना. 24 फीसदी लोग बेरोजगारी और 8 फीसदी लोग गरीबी को सबसे अहम मुद्दा मानते हैं.
प्रधानमंत्री के रूप में मोदी का प्रदर्शन कैसा
मूड ऑफ द नेशन सर्वे में प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के प्रदर्शन को लेकर भी सवाल किया गया. पीएम मोदी के काम को 54 फीसदी लोगों ने अच्छा बताया है. 16 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी के काम को खराब बताया है.
प्रधानमंत्री के लिए सबसे बेस्ट कौन
प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे उपयुक्त नेता कौन है? इस सवाल पर 52 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी का नाम लिया. राहुल गांधी की पीएम पद के लिए लोकप्रियता में भी इजाफा हुआ है. 16 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी का नाम लिया. 32 फीसदी लोग ऐसे भी रहे जिन्होंने न तो पीएम मोदी का नाम लिया और ना ही राहुल गांधी का. 32 फीसदी लोग इनमें से कोई नहीं के विकल्प के साथ गए.
विपक्षी गठबंधन में पीएम के लिए सबसे लोकप्रिय कौन
मूड ऑफ द नेशन सर्वे में जनता का मिजाज जानने के लिए ये सवाल भी किया गया कि इस गठबंधन के लिए बेस्ट फेस कौन हो सकता है. 24 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी को गठबंधन के मुख्य नेता के रूप में माना. राहुल के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का नंबर रहा. इन दोनों को ही 15-15 फीसदी लोगों ने विपक्षी गठबंधन का मुख्य नेता माना.
भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी को क्या हासिल हुआ
सर्वे में 44 फीसदी लोगों ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी की छवि में सुधार आया है. 33 फीसदी लोगों ने कहा कि राहुल की छवि में कोई बदलाव नहीं हुआ है. 13 फीसदी लोग ऐसे भी रहे जिनका मानना है कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी की छवि और ज्यादा खराब हुई है. विपक्ष में बैठे राहुल के काम को 34 फीसदी लोगों ने बेहतरीन बताया तो 18 फीसदी ने अच्छा कहा. 27 फीसदी लोगों ने राहुल के काम को बेकार बताया.
मणिपुर पर क्या है लोगों की राय
मणिपुर की घटना के लिए 30 फीसदी लोग केंद्र सरकार, 25 फीसदी राज्य सरकार को जिम्मेदार मानते हैं. सर्वे के मुताबिक 44 फीसदी लोग ये मानते हैं कि केंद्र सरकार को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए. 21 फीसदी लोगों की राय है कि केंद्र को चाहिए कि मामले को तुरंत सुनकर सुलझाए.
अब तक का सबसे अच्छा प्रधानमंत्री कौन
सर्वे में ये सवाल भी पूछा गया कि अब तक का सबसे अच्छा प्रधानमंत्री कौन है? 41 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी का नाम लिया. 15 फीसदी लोगों ने इंदिरा गांधी को सबसे अच्छा प्रधानमंत्री बताया. अटल बिहारी वाजपेयी को 12 फीसदी, डॉक्टर मनमोहन सिंह को 11 और पंडित जवाहरलाल नेहरू को 6 फीसदी लोगों ने अब तक का सबसे अच्छा प्रधानमंत्री बताया.