कोरोना वायरस महामारी के चलते ओडिशा के पुरी में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर करीब नौ महीने से बंद है. लेकिन अब इस मंदिर के कपाट 22-24 दिसंबर के बीच पुरी के निवासियों के लिए फिर से खुलने वाले हैं. यानी पुरी के लोगों को मंदिर में प्रवेश का पहला मौका मिलेगा. इस दौरान कोरोना संबंधी सारे सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन किया जाएगा.
हालांकि, श्री जगन्नाथ मंदिर एक और दो जनवरी को नए साल पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना के मद्देनजर बंद रहेगा, लेकिन तीन जनवरी से मंदिर को सभी के लिए खोल दिया जाएगा. एक दिन में करीब 5 हजार लोगों को दर्शन की इजाजत होगी. दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के पास Covid-19 निगेटिव सर्टिफिकेट होना चाहिए, जो कि 48 घंटे के अंदर जारी किया गया हो. श्रद्धालुओं से अपने साथ बुजुर्गों और बच्चों को नहीं लाने की अपील की गई है. साथ ही मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पालन करना होगा.
उपरोक्त जानकारी, मंदिर प्रशासन (एसजेटीएस) के प्रमुख प्रशासक कृष्ण कुमार ने दी है. मंदिर कमेटी की मीटिंग के बाद उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मंदिर खोलने का निर्णय लिया गया है. एसजेटीए ने यह भी कहा कि मंदिर के अंदर फूल या दीया और प्रसाद सामग्री लाने की सख्त मनाही होगी. हालांकि, भक्त लोग भगवान के महाप्रसाद का लाभ उठा सकते हैं. फिलहाल, मंदिर प्रशासन जल्द ही राज्य सरकार के पास अपनी इन सभी सिफारिशों को भेजेगा, जिसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा.
कृष्ण कुमार ने कहा कि वे ओडिशा सरकार से मंदिर को पहले 5 दिन पुरी के लोगों के लिए खोलने देने की अपील करेंगे, क्योंकि वे लोग मंदिर के काफी नजदीक रहने के बाद भी भगवान जगन्नाथ का दर्शन नहीं कर पाए.
वहीं, भाजपा नेता लगातार मंदिर बंद रहने को लेकर ओडिशा सरकार की आलोचना कर रहे हैं. उनका कहना है कि पूरे भारत में सभी मंदिरों और पूजा स्थलों को कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार फिर से खोल दिया गया है. ऐसे में भगवान जगन्नाथ मंदिर को भी फिर से खोलना चाहिए.
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