कोलकाता पुलिस ने कैलाश विजयवर्गीय समेत बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है. कोलकाता पुलिस ने कैलाश विजयवर्गीय के अलावा मुकुल रॉय, लॉकेट चटर्जी, अर्जुन सिंह और 20 अन्य लोगों पर कल की रैली के लिए केस दर्ज किया है. बता दें कि कल बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय (नाबन्ना) तक पैदल मार्च की कोशिश की थी. जिस दौरान पुलिस से बीजेपी कार्यकर्ताओं की झड़प हुई थी. यह केस उसी संबंध में दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक इन नेताओं पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता, नाबन्ना की ओर जाते समय सुरक्षा में लगे पुलिस जवानों से धक्कामुक्की, यातायात को प्रभावित करने जैसे आरोप लगाए गए हैं. इसके अलावा बीजेपी नेताओं पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे आयरन गार्ड रेल, लकड़ी के ढाल, लोहे की फेस शील्ड आदि को तोड़ने का भी आरोप है. बीजेपी नेताओं पर की गई एफआईआर में से 7 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. कोलकाता पुलिस आगे की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक बीजेपी नेताओं पर आईपीसी की धारा 143/147/149/332/353/283 के साथ-साथ डीएम एक्ट की धारा 51 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा एफआईआर में 3, P.D.P.P एक्ट को भी मेंशन किया गया है.
क्या था पूरा मामला
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में गुरुवार को पुलिस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी. दरअसल, बीजेपी युवा मोर्चा ने नाबन्ना (राज्य सचिवालय) तक मार्च निकालने की तैयारी की थी. जिस वजह से पुलिस ने हाबड़ा ब्रिज और विद्यासागर सेतु को बंद कर दिया था. इसके साथ ही रास्ते में जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी थी.
लेकिन, कोलकाता पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद बीजेपी ने अपना मार्च शुरू किया, जिसे रोकने के लिए तमाम इंतजाम धरे रह गए. पुलिस ने जब बल प्रयोग किया तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. जवाब में कोलकाता पुलिस ने लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. इसके बाद भगदड़ मच गई थी. इस दौरान कई बीजेपी कार्यकर्ताओं के चोटिल होने की जानकारी भी सामने आई थी.