अरुणाचल प्रदेश के सियुंगला के रहने वाले युवक के कथित तौर पर लापता होने के मामले पर कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने बयान जारी करते हुए कहा है कि लापता युवक के मामले पर सरकार पहले दिन से निगाह बनाए हुए है. इसपर चीन की तरफ से जवाब आना बाकी है. अरुणाचल प्रदेश के इस युवा का सुरक्षित वापस आना सबसे ज़रूरी है.
किरेन रिजिजू ने अपने बयान में कहा है कि अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में सियुंगला क्षेत्र से, ज़िदो गांव का रहने वाले 19 साल का मिराम टैरोन लापता हो गया था. इसको लेकर कहा गया था कि चीन ने उसे अपनी कस्टडी में ले लिया है, क्योंकि लापता युवक चीनी सीमा के पास से गायब हुआ था. इसपर 19 जनवरी को भारतीय सेना ने चीन से संपर्क किया और अगर चीन ने इस युवक को गिरफ्तार किया है, तो उसे वापस भेजने के लिए कहा.
इसपर चीन ने आश्वासन दिया कि वह युवक का पता लगाएंगे और प्रोटोकॉल के तहत उसे वापस भेजेंगे. 20 जनवरी को चीन ने जानकारी दी कि उन्हें उनकी सीमा में एक लड़का मिला है. साथ ही, उन्होंने लड़की की पहचान के लिए उससे जुड़ी ज़्यादा जानकारी मांगी. पहचान की पुष्टि के लिए, भारतीय सेना ने युवक की निजी जानकारी और फोटो चीन को दी थी. इसपर चीन की तरफ से जवाब आना बाकी है.
हम पहले दिन से इस मामले पर नज़र बनाए हुए हैं. मैं अपील करता हूं कि इस मामले पर बिना तथ्य के किसी भी तरह की बयानबाज़ी करने से बचें. क्योंकि, अरुणाचल प्रदेश के इस युवक की सुरक्षा और उसका सुरक्षित वापस आना हमारी प्राथमिकता है.
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गाओ ने आरोप लगाया था कि चीन की सेना PLA ने जिदो गांव के युवक का अपहरण कर लिया है. ये घटना 18 जनवरी 2022 को ऊपरी सियांग जिले, अरुणाचल प्रदेश के सियुंगला क्षेत्र (बिशिंग गांव) के तहत भारतीय क्षेत्र के अंदर लुंगटा जोर क्षेत्र में हुई थी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मामले को उठाया था और इसके लिए केंद्र सरकार की आलोचना की थी.