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केरल का अपना खुद का इंटरनेट, 20 लाख परिवारों को फ्री में मिलेगी सुविधा, 1 Gbps तक होगी स्पीड

केरल देश का इकलौता ऐसा राज्य बन गया है, जिसके पास अपना खुद का इंटरनेट हो गया है. इसके जरिए केरल के 20 लाख गरीब परिवारों को फ्री में इंटरनेट मिलेगा. और क्या होगा इससे फायदा? जानें...

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केरल में 2019 को इंटरनेट को बुनियादी अधिकार घोषित किया था. (फाइल फोटो)
केरल में 2019 को इंटरनेट को बुनियादी अधिकार घोषित किया था. (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 2019 में केरल सरकार ने शुरू की थी योजना
  • 1,548 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हुई थी
  • गरीबी रेखा से नीचे परिवारों को मिलेगी सुविधा

केरल देश का पहला और इकलौता ऐसा राज्य बन गया है, जिसके पास अपना खुद का इंटरनेट है. मुख्यमंत्री पी. विजयन ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि केरल फाइबर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क (KFON) को टेलीकॉम डिपार्टमेंट से इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड करने का लाइसेंस मिल गया है. 

केरल सरकार ने मई 2020 में KFON प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी. इसका मकसद राज्य के हर घर तक इंटरनेट पहुंचाना है. इस योजना से गरीब परिवारों तक फ्री में इंटरनेट मुहैया कराया जाएगा. 

नवंबर 2019 से केरल में इंटरनेट बुनियादी अधिकारी है. 2016 में संयुक्त राष्ट्र ने भी इंटरनेट को अधिकार माना था. केरल सरकार ने 1,548 करोड़ रुपये की लागत से KFON प्रोजेक्ट शुरू किया था. 

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 (NFHS 5) के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 33% महिलाओं और 51% पुरुष ही ऐसे हैं, जिन्होंने इंटरनेट का इस्तेमाल किया है. जबकि, केरल में 61% महिलाओं और 76% पुरुषों ने कभी न कभी इंटरनेट का इस्तेमाल किया है. यानी, केरल के आंकड़े राष्ट्रीय औसत से कहीं ज्यादा बेहतर है.

20 लाख परिवारों को फ्री मिलेगा इंटरनेट

- KFON केरल स्टेट आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड का ज्वॉइंट वेंचर है. KFON प्रोजेक्ट के तहक, केरल के सभी 14 जिलों तक 35 हजार किलोमीटर लंबा ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बिछाया गया है. 

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- इससे केरल का अपना खुद का इंटरनेट हो गया है. अभी तक होता ये था कि इंटरनेट सर्विस देने वालीं टेलीकॉम कंपनियां अपना नेटवर्क बिछाती थीं और उससे लोगों तक इंटरनेट पहुंचाती थी. लेकिन, अब केरल का अपना खुद का इंटरनेट होगा. दूसरे सर्विस प्रोवाइडर भी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे.

- इस योजना के तहत, 14 जिलों के लगभग सभी गांवों तक नेटवर्क पहुंचाया गया है. इसके तहत, राज्य के 20 लाख परिवारों को मुफ्त में इंटरनेट दिया जाएगा. ये इंटरनेट उन परिवारों को दिया जाएगा, जो गरीबी रेखा से नीचे आते हैं. 

- गरीब परिवारों के अलावा राज्य के लगभग 30 हजार सरकारी संस्थानों तक भी हाई स्पीड इंटरनेट मुहैया कराया जाएगा. KFON से लोगों को 10 Mbps से लेकर 1 Gbps तक की स्पीड मिलेगी. 

KFON से फायदा क्या है?

- इसका सबसे बड़ा फायदा तो ये है कि अब हर गरीब परिवार तक मुफ्त में इंटरनेट पहुंचाया जा सकेगा. उस हर परिवार को फ्री में इंटरनेट मिलेगा, जिसका नाम अंत्योदय लिस्ट में है या फिर BPL कार्ड है.

- इसका दूसरा सबसे बड़ा फायदा ये है कि KFON के नेटवर्क को बिछाने में रिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल किया गया है, जो इसके फाइबर को कटने से बचाता है.

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- तीसरा बड़ा फायदा ये है कि KFON केरल के 8 हजार से ज्यादा मोबाइल टॉवर से कनेक्ट रहेगा, जिससे वॉइस क्वालिटी भी बेहतर होगी. अभी 80% से ज्यादा टॉवर फाइबर नेटवर्क से कनेक्ट नहीं थे, जिस वजह से 4G और 5G में भी दिक्कत आती थी.

 

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