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कर्नाटक का होयसल मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर लिस्ट में हुआ शामिल

एक दिन पहले संगठन ने पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर लिस्ट में शामिल करने की घोषणा की थी. शांतिनिकेतन में ही कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने एक सदी पहले विश्वभारती की स्थापना की थी.

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(फोटो: INTACH बेंगलुरु चैप्टर/यूनेस्को)
(फोटो: INTACH बेंगलुरु चैप्टर/यूनेस्को)

कर्नाटक में ‘होयसल के पवित्र मंदिर समूह’ बेलूर, हलेबिड और सोमनाथपुरा के होयसल मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर लिस्ट में शामिल किया गया है. संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने सोमवार को ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर यह जानकारी साझा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे भारत के लिए गर्व का पल करार दिया.

इससे एक दिन पहले संगठन ने पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर लिस्ट में शामिल करने की घोषणा की थी. शांतिनिकेतन में ही कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने एक सदी पहले विश्वभारती की स्थापना की थी.

यूनेस्को ने ‘एक्स’ पर कहा, 'भारत में कर्नाटक के 'होयसल के पवित्र मंदिर समूह' को यूनेस्को की विश्व धरोहर लिस्ट में शामिल किया गया है. बधाई.' यह निर्णय सऊदी अरब के रियाद में जारी विश्व धरोहर समिति के 45वें सत्र के दौरान लिया गया. 

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, 'भारत के लिए और भी गौरव की बात. होयसल के शानदार पवित्र मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर लिस्ट में शामिल किया गया है. होयसल मंदिरों की शाश्वत सुंदरता भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और हमारे पूर्वजों के असाधारण शिल्प कौशल का प्रमाण है.'

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यूनेस्को की घोषणा के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, 'एक और अच्छी खबर आ रही है. हमारी पारंपरिक कला और वास्तुकला के लिए एक और मान्यता.'

'होयसल के पवित्र मंदिर समूह' यूनेस्को की संभावित लिस्ट में अप्रैल, 2014 से ही शामिल थे. भारत ने इसे वर्ष 2022-2023 के लिए विश्व धरोहर के रूप में विचार के लिए नामांकन के रूप में भेजा था.

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