अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जीत मिली है, जबकि डेमोक्रेट्स उम्मीदवार कमला हैरिस को हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि, इस चुनावी नतीजे से भारत के तमिलनाडु स्थित कमला हैरिस के पैतृत गांव के लोग हताश नहीं हैं. उनका कहना है कि कमला हैरिस एक फाइटर हैं और वो जल्द ही वापसी करेंगी.
सुबह से ही टीवी पर नजर गड़ाए रहे लोग
तमिलनाडु के थुलासेन्द्रपुरम में कमला हैरिस का पैतृक गांव है. बुधवार सुबह से ही गांववाले टीवी पर चुनाव परिणामों पर नज़र रखे हुए थे. कई लोग मीडिया वेबसाइट्स पर ट्रेंड्स भी चेक कर रहे थे. कुछ निवासियों ने हैरिस की जीत के लिए श्री धर्म शास्ता परमल मंदिर में पूजा भी की. हालांकि,ट्रंप की जीत की खबर के बाद इस गांव में सन्नाटा देखने को मिला.
क्या बोले गांव के लोग
डीएमके के तिरुवरूर जिले के प्रतिनिधि और थुलासेन्द्रपुरम गांव के नेता जे सुधाकर ने कहा, 'हम उसकी जीत की उम्मीद कर रहे थे और दिवाली से भी बड़े उत्सव की योजना बनाई थी. हमने पटाखे फोड़ने, मिठाइयां बांटने, मंदिर में पूजा करने और सामुदायिक भोज का आयोजन किया था. लेकिन सफलता और विफलता जीवन का हिस्सा हैं. यह एक कठिन मुकाबला था. कमला हैरिस की की सराहना करनी चाहिए. वह एक फाइटर हैं और वापसी करेंगी.'
यह भी पढ़ें: कमला हैरिस पर भारी पड़ा डोनाल्ड का मुस्लिम 'ट्रंप' कार्ड, एक चाल से दूर हो गई नाराजगी
गांव के अन्य लोगों ने भी कहा कि कमला जरूर एक दिन अमेरिका की राष्ट्रपति बनेंगी. गांव के निवासी और रिटायर्ड ओएनजीसी कर्मचारी टी एस अंबासरासु ने कहा, 'हमें यह बात पचानी मुश्किल हो रही है कि वह हार गईं, लेकिन संतोष की बात यह है कि वह केवल 60 साल की हैं और हमें उम्मीद है कि वह अगले चुनाव में जीतेंगी. ट्रंप 78 साल के हैं. हमें विश्वास है कि वह इस हार से हतोत्साहित नहीं होंगी और अपना काम जारी रखेंगी.'
अंबासरासु ने कहा, "हम निश्चित रूप से उम्मीद करते हैं कि वह भविष्य में चुनाव जीतने के बाद हमारे गांव का दौरा करेंगी... हम कुछ साल पहले भी उम्मीद कर रहे थे कि वह हमारे गांव आएंगी और हमने उनके रिश्तेदारों को भी संदेश भेजा था... अब हमारा गांव उनके कारण एक पर्यटक स्थल बन गया है." बता दें कि ट्रंप को अमेरिका का 47वां राष्ट्रपति चुना गया है.