8 दिसंबर 2021 की तारीख भारत के लिए किसी मनहूस दिन से कम साबित नहीं हुई. एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में भारतीय सेना के सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा सेना के 11 अधिकारियों का निधन हो गया. इस हादसे से भारतीय सेना को जितनी बड़ी क्षति पहुंची है, उतना ही धक्का इन सभी के परिवार वालों का लगा है. पालम एयरबेस के बाद अंतिम दर्शन के लिए सीडीएस रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को उनके घर पर लाया गया. यहां एक साथ मां- बाप को खो चुकी उनकी दोनों बेटियों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी.
बिलखकर रोईं सीडीएस रावत की लाडली बेटियां
अचानक ही सिर से माता-पिता का साया उठ जाने से दुखी बेटियां कृतिका और तारिनी की आंखें नम थीं. नाजों में पली मां-बाप की लाडली इन बेटियों का दर्द देखकर वहां मौजूद हर किसी की छाती फट रही थी. लेकिन देश की सुरक्षा के लिए कई अहम मिशनों का हिस्सा रहे पिता सीडीएस बिपिन रावत के प्रति दोनों के ही चेहरे पर आंसुओं के साथ गर्व का भाव भी साफ देखा जा सकता था. सामने आई तस्वीरों में बड़ी बेटी की गोद में सीडीएस रावत का नाती भी था, जो अपने नाना-नानी को श्रद्धांजलि दे रहा था.
घर पर पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन
बता दें कि बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य अधिकारियों के पार्थिकव शरीर जब सबसे पहले पालम एयरबेस पर उतरे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजीत डोभाल भी वहां मौजूद रहे. अब घर पर लाए गए रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन हो रहे हैं. आज 11 से 12:30 बजे तक गणमान्य और सामान्य नागरिक अंतिम दर्शन कर रहे और दोपहर 12:30 से 13:30 बजे तक सैन्यकर्मी जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन कर सकेंगे.
अब तक हो पाई केवल 3 पार्थिव शरीर की पहचान
गौरतलब है कि देश को झकझोर देने वाला ये हादसा इतना भीषण था कि बुरी तरह जलने के कारण अब तक केवल तीन ही पार्थिव शरीर की पहचान हो सकी है. इसमें सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिडर का नाम शामिल है. बाकी पार्थिव शरीर की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया जारी है.