scorecardresearch
 

वैक्सीन पर भारत के फैसले का दुनिया में डंका, WHO ने कहा- कोरोना के खिलाफ जंग को मिलेगी मजबूती

डब्ल्यूएचओ साउथ ईस्ट एशिया रीजन की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि भारत की ओर से आज लिया गया यह निर्णय क्षेत्र में कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ लड़ाई को तेज और मजबूत करने में मदद करेगा.

Advertisement
X
कोविशील्ड और कोवैक्सीन (फाइल फोटो)
कोविशील्ड और कोवैक्सीन (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • डब्ल्यूएचओ साउथ ईस्ट रीजन ने जारी किया बयान
  • कहा- कोरोना के खिलाफ लड़ाई तेज करने में मदद मिलेगी
  • डीसीजीआई ने दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की दी है मंजूरी

ड्रग कंटोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने भारत में कोरोना वायरस की दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. कोविशील्ड और कोवैक्सीन को डीसीजीआई से मंजूरी का विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने स्वागत किया है.

डब्ल्यूएचओ साउथ ईस्ट एशिया रीजन की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि भारत की ओर से आज लिया गया यह निर्णय क्षेत्र में कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ लड़ाई को तेज और मजबूत करने में मदद करेगा.

डब्ल्यूएचओ साउथ ईस्ट रीजन के क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है कि कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए पब्लिक हेल्थ के अन्य उपायों के साथ ही सामुदायिक भागीदारी और प्राथमिकता के आधार पर आबादी पर वैक्सीन का उपयोग महत्वपूर्ण होगा. गौरतलब है कि डीसीजीआई ने भारत में तैयार की गई ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड वैक्सीन और देश में ही बनी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति दे दी है.

कोविशील्ड और कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिलने पर पीएम मोदी ने भी बधाई दी है. पीएम मोदी ने देशवासियों और वैक्सीन विकसित करने वाले वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि इससे कोरोना मुक्त और स्वस्थ भारत के निर्माण के अभियान को गति मिलेगी.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement