
बालाकोट एयरस्ट्राइक के अगले दिन पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराने वाले अभिनंदन वर्तमान (Abhinandan Varthaman) को आज 'वीर चक्र' से सम्मानित किया गया. बालाकोट स्ट्राइक (Balakot Air Strike) के वक्त वायुसेना में विंग कमांडर रहे अभिनंदन अब ग्रुप कैप्टन बन गए हैं और उन्होंने अपना लुक भी पूरी तरह बदल लिया है.
एयरस्ट्राइक के समय अभिनंदन की मूंछें लंबी-लंबी थीं. उस समय उनकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी कि हर कोई उनके जैसी मूंछें रख रहा था. हालांकि, जैसी मूंछें उनकी पहले थी, अब वैसी नहीं रहीं. उन्होंने अपना लुक फिर बदल लिया है.
अभिनंदन ने अपनी मूंछों को लेकर इतनी सुर्खियां बंटोरी थीं कि जून 2019 में लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने उनकी मूंछों को 'राष्ट्रीय मूंछ' घोषित करने की मांग कर दी थी.

आसान नहीं था Mig-21 से F-16 को मार गिराना
पुलवामा हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने 26-27 फरवरी की रात पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की. इस हमले में पाकिस्तान की सरजमीं पर मौजूद 300 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे. अगले दिन 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तान की वायुसेना ने बौखलाकर भारत की सीमा में घुसने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना ने उसे खदेड़ दिया. उस समय दोनों देश के बीच युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो गई थी.
उस समय विंग कमांडर रहे अभिनंदन Mig-21 उड़ा रहे थे. उन्होंने उसी विमान से पाकिस्तान के F-16 को मार गिराया था. हालांकि बाद में अभिनंदन का विमान पाकिस्तान की सीमा में क्रैश हो गया, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें बंदी बना लिया. भारत के दबाव में पाकिस्तान ने करीब 60 घंटे बाद अभिनंदन को छोड़ा था.
Mig-21 से F-16 को मार गिराने पर दुनियाभर में अभिनंदन की तारीफ हुई थी. अमेरिका भी इससे चौंक गया था. इससे दुनियाभर में उनकी तारीफ हुई थी. इसका कारण ये था कि F-16 बहुत ही एडवांस्ड लड़ाकू विमान था, जिसे अमेरिका ने बनाया था. जबकि Mig-21 रूस का बनाया 60 साल पुराना विमान था. भारत ने 1970 के दशक में रूस से Mig-21 को खरीदा था.
दादा, पिता, पत्नी, भाई... सभी वायुसेना में
अभिनंदन का जन्म 21 जून 1983 को चेन्नई में एक तमिल जैन परिवार में हुआ था. उनका परिवार वायुसेना से ही जुड़ा रहा है. उनके दादा भी वायुसेना में थे और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने देश की सेवा की थी. उनके पिता भी वायुसेना में एयर मार्शल रहे हैं. इसी विरासत को आगे बढ़ाते हुए अभिनंदन ने अमरावतीनगर के सैनिक स्कूल से पढ़ाई की. उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) का एग्जाम पास किया और जून 2004 में वायुसेना में कमीशन हुए. उन्होंने बठिंडा और हलवाड़ा से ट्रेनिंग ली. जून 2006 में अभिनंदन प्रमोट होकर फ्लाइट लेफ्टिनेंट बने और जुलाई 2010 में स्क्वाड्रन लीडर बने. जून 2017 में अभिनंदन विंग कमांडर बनाए गए. अभिनंदन अब वायुसेना में ग्रुप कैप्टन हैं. अभिनंदन की पत्नी तनवी मरवाहा भी वायुसेना में स्क्वाड्रन लीडर रह चुकीं हैं. अभिनंदन के भाई भी वायुसेना में हैं.