सऊदी अरब के दम्माम से हैदराबाद आ रही एक उड़ान में एक यात्री ने लैंडिंग के दौरान इमरजेंसी डोर खोलने की कोशिश की. इस घटना के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. मंगलवार को राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (RGIA) पर लैंडिंग से ठीक पहले 58 वर्षीय यात्री ने इमरजेंसी एग्जिट डोर खोलने की कोशिश की. इस दौरान उसने फ्लाइट क्रू से बहस भी की. वह एक निजी कंपनी में काम करता है.
केबिन क्रू की शिकायत के मुताबिक, यात्री के हाथ में इमरजेंसी दरवाजे का कवर था. जब वह इसे वापस लगाने की कोशिश कर रहा था, तभी विमान के कंट्रोल पैनल में चेतावनी का सिग्नल चला गया. इसके तुरंत बाद क्रू मेंबर्स ने स्थिति को संभाला और यात्री को रोक लिया.
एयरलाइन क्रू की ओर से की गई शिकायत के आधार पर यात्री के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस अधिकारी के अनुसार, इस मामले की जांच जारी है और आगे की कार्रवाई की जाएगी.
अगर कोई यात्री उड़ान के दौरान इमरजेंसी डोर खोलने की कोशिश करता है, तो गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं. हालांकि, आधुनिक विमानों में सुरक्षा के कई उपाय होते हैं, जिससे ऐसा करना लगभग असंभव होता है. फिर भी, अगर किसी तरह दरवाजा खुल जाए, तो ये गंभीर परिणाम हो सकते हैं:
कैबिन प्रेशर लॉस
हवा में उड़ते समय केबिन का दबाव बाहरी वातावरण की तुलना में अधिक होता है. अगर इमरजेंसी डोर खुल जाता है, तो केबिन प्रेशर तेजी से खत्म हो जाएगा, जिससे यात्रियों और क्रू के उड़कर बाहर जाने का खतरा रहेगा.
अचानक दबाव कम होने से केबिन के अंदर की चीजें और लोग तेजी से बाहर खिंच सकते हैं, जिससे जानलेवा स्थिति बन सकती है. इसके अलावा ऊंचाई पर हवा में ऑक्सीजन की कमी होती है. अगर प्रेशर खत्म हो जाए, तो यात्रियों को सांस लेने में कठिनाई होगी, जिससे हाइपोक्सिया (ऑक्सीजन की कमी) हो सकता है.