Group Captain Varun Singh Death News: तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter crash in coonoor) में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का आज निधन हो गया है. वह 8 दिन तक वह जिंदगी और मौत के बीच की लड़ाई लड़ते रहे.
8 दिसंबर को जब तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नुर (Coonoor) में Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, तो उस हादसे में सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी. केवल वरुण सिंह ही इस हादसे में जिंदा बच सके थे. वरुण सिंह हादसे के बाद करीब 45 प्रतिशत तक जल गए थे.
उनकी हालत लगातार नाजुक और स्थिर बनी रही और उनका शुरुआती इलाज वेलिंगटन में मौजूद मिलिट्री अस्पताल में हुआ था. बेहतर इलाज के लिए 9 दिसंबर को उनको वेलिंगटन से बेंगलुरू में मौजूद कमांड हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया था. इसके बाद भी यहां उनकी हालत स्थिर बनी रही. लेकिन स्थिति लगातार नाजुक थी. उनको कई चोटें भी लगीं थी.
इंडियन एयरफोर्स के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर वरुण सिंह के निधन के बारे में जानकारी दी गई. वरुण सिंह ने एक सप्ताह से ज्यादा समय तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ी और बुधवार को उनके निधन की दुखद खबर आई.
भारतीय वायुसेना उनके निधन पर परिजनों के प्रति सांत्वना व्यक्त की है. वरुण सिंह अभिनंदन वर्धमान के बैचमेट थे. वरुण सिंह को शौर्य चक्र से भी नवाजा जा चुका है, एक हवाई इमरजेंसी के दौरान उन्होंने LCA तेजस लड़ाकू विमान को बचाया था.
जिसके बाद इस साल स्वतंत्रता दिवस पर पर इस सम्मान से नवाजा गया था. वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे. डीएसएससी में पदस्थ होने के कारण उनका पूरा परिवार तमिलनाडु में रहता है. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, कांग्रेस नेता और प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं