लैंगिक समानता में भारत 146 देशों में 135वीं रैंकिंग पर है. भारत की रैंकिंग सुधरने के बावजूद लैंगिक समानता के मुद्दे में सिर्फ 11 देश ही उससे नीचे हैं. भारत से नीचे वाले देशों में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, कॉन्गो, ईरान और चैड जैसे देश शामिल हैं.
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2022 में ये जानकारी सामने आई है. बता दें कि 2021 में भारत 156 देशों में 140वें स्थान पर था. 0 से 1 के पैमाने पर भारत ने 0.629 स्कोर किया है, जो पिछले 16 वर्षों में इसका सातवां उच्चतम स्कोर है.
भारत ने सबइंडेक्स आर्थिक भागीदारी और अवसर में अधिक खराब प्रदर्शन किया है, जहां यह नेपाल (98), भूटान (126), और बांग्लादेश (141) जैसे पड़ोसी देशों से पीछे रहकर 143 वें स्थान पर है.
The Global Gender Gap Report 2022 is live.
— World Economic Forum (@wef) July 13, 2022
Contained inside, the world's most gender-equal countries, where the gap still needs closing, and the actions being taken to do so.
Read it here: https://t.co/WI3JsAj6fM#gendergap22 pic.twitter.com/hkddaGUsOx
रिपोर्ट के अनुसार, आइसलैंड को एक बार फिर सबसे अधिक लैंगिक समानता वाला देश घोषित किया गया है. आइसलैंड के नजदीकी पड़ोसी देश फिनलैंड, नॉर्वे और स्वीडन टॉप पांच में शामिल है, जबकि शीर्ष 10 में केवल चार देश न्यूजीलैंड (चौथा), रवांडा (छठा), निकारागुआ (सातवां) और नामीबिया (आठवां) यूरोप से बाहर हैं.
टॉप पांच के स्थान में पिछले साल के मुकाबले इस साल कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, लेकिन लिथुआनिया और स्विट्जरलैंड टॉप 10 से बाहर हो गए हैं. उनकी जगह निकारागुआ और जर्मनी ने ली है.
2006 से ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स ने चार प्रमुख आयामों (Dimensions) आर्थिक भागीदारी और अवसर, शैक्षिक प्राप्ति, स्वास्थ्य और उत्तरजीविता, और राजनीतिक अधिकारिता को शामिल किया है.