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'खुशी है कि इस ट्रेन से कटरा जा रहा हूं...', जब वंदे भारत में सवार हुए फारूक अब्दुल्ला

फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार सुबह नौगाम रेलवे स्टेशन से से कटरा तक वंदे भारत ट्रेन में यात्रा की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए वंदे भारत ट्रेन को जम्मू-कश्मीर के लिए बड़ी सौगात बताया और कहा कि ये ट्रेन स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी.

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फारूक अब्दुल्ला.
फारूक अब्दुल्ला.

जम्मू और कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को श्रीनगर के नौगाम रेलवे स्टेशन से कटरा तक वंदे भारत ट्रेन में यात्रा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें इस ट्रेन (वंदे भारत) से बहुत फायदा होगा. मुझे खुशी है कि मैं इस ट्रेन से कटरा जा रहा हूं.

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अपनी यात्रा शुरू करने से पहले NC चीफ ने पत्रकारों से बात करते हुए खुशी जाहिर की और इस ट्रेन को जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए बड़ी सौगात बताया है. उन्होंने कहा कि ये ट्रेन न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पर्यटकों के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होगी.

फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'हमें इस ट्रेन से फायदा हुआ है. जम्मू-कश्मीर के लोगों को और टूरिस्ट को इस ट्रेन से काफी फायदा होगा. खुशी है कि मैं इस ट्रेन से कटरा जा रहा हूं. ये हमारे लिए एक बड़ी सौगात है और पर्यटकों को बहुत लाभ देगी. सड़क मार्ग से यात्रा करना मुश्किल है और हवाई यात्रा की कीमत बहुत ज्यादा है. अब हमारा सफर अच्छा होगा.'

नौगाम रेलवे स्टेशन उदयपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) प्रोजेक्ट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो कश्मीर को जम्मू क्षेत्र और देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है.

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PM मोदी ने 6 जून को किया उद्घाटन

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून को कटरा रेलवे स्टेशन से दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था जो जम्मू डिवीजन को कश्मीर से सीधे जोड़ती हैं. नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन कटरा और श्रीनगर के बीच की दूरी को मात्र तीन घंटे में तय करेगी जो मौजूदा यात्रा समय को दो से तीन घंटे कम कर देगी.

इन ट्रेनों को विशेष रूप से कश्मीर घाटी की ठंडी जलवायु परिस्थितियों में संचालन के लिए डिजाइन किया गया है. यह ट्रेन भारत की पहली केबल-स्टे रेलवे ब्रिज, अंजी खड्ड ब्रिज और दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज, चिनाब ब्रिज से होकर गुजरेगी.

प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज 'चिनाब रेलवे ब्रिज' और भारत की पहली केबल-स्टे 'अंजी ब्रिज' का भी उद्घाटन किया. ये ब्रिज जम्मू-कश्मीर की रेलवे कनेक्टिविटी में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. चिनाब रेलवे ब्रिज जो नदी से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, 1,315 मीटर लंबा स्टील आर्च ब्रिज है.

ये सभी परियोजनाएं महत्वाकांक्षी उदयपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा हैं. 272 किलोमीटर लंबी इस परियोजना की लागत लगभग 43,780 करोड़ रुपये है, जिसमें 36 सुरंगें (119 किमी) और 943 पुल शामिल हैं.

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यह परियोजना कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से हर मौसम में निर्बाध रेल कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय गतिशीलता को बदलना और सामाजिक-आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देना है. यह ट्रेन और संबंधित परियोजनाएं जम्मू-कश्मीर के लिए न केवल यातायात को सुगम बनाएंगी, बल्कि पर्यटन और आर्थिक विकास को भी नई गति प्रदान करेंगी.

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