कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज योगेंद्र यादव ने कहा कि जनता की ताकत के आगे सरकार झुक गई है. हमारी जीत हुई, उस दिन दुनिया में हमारी ग्लोबल ऑडियन्स भी होगी. ट्रैक्टर पर झांकी की ट्रक से ज्यादा ऊंचाई नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर रैली के टाइम का कोई रूट नहीं है. ट्रैक्टर की संख्या की कोई पाबंदी नहीं लगाई गई. जहां-जहां हम बॉर्डर पर बैठे हैं उन पर बैरिकेड खुलेंगे और हम आगे जाएंगे. दिल्ली में कोई नहीं रुकेगा, जहां से रैली निकेलगी, वहीं सब वापस भी आएंगे.
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि कृषि मंत्री कह रहे हैं 12 बैठकों के बाद भी काले कानूनों पर कोई नतीजा नहीं निकला! क्या गिनती जोड़ रहे थे. समाधान के लिए 1 ही बैठक काफी है, इच्छा शक्ति हो तो. 56 इंच की छाती नहीं सीने में दिल चाहिए. जय किसान, जय हिंदुस्तान !
कृषि मंत्री कह रहें हैं 12 बैठकों के बाद भी काले क़ानूनों पर कोई नतीजा नही निकला !
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 23, 2021
क्या गिनती जोड़ रहे थे।
समाधान के लिए 1 ही बैठक काफी है,
इच्छा शक्ति हो तो।
56 इंच की छाती नही सीने में दिल चाहिए।
जय किसान, जय हिंदुस्तान !#धोखेबाजों_से_सावधान#किसान_एकता_ज़िंदाबाद
सरकार और किसानों के बीच कृषि कानूनों को लेकर आमराय भले न बन पाई हो लेकिन 26 जनवरी के मद्देनजर दोनों ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है. गाजीपुर बॉर्डर के किसानों ने इसका खाका भी खींच लिया है. सिक्योरिटी इंचार्ज और प्रवक्ता जितेंद्र सिंह जीतू ने बताया की ट्रैक्टर परेड में शामिल होने वाले चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है, वहीं वॉट्सएप पर सॉफ्ट कॉपी भी होनी चाहिए. सिर्फ रजिस्टर्ड ट्रैक्टर्स को ही परेड में शामिल होने की इजाजत होगी.
केंद्र सरकार से वार्ता विफल होने के बाद किसान आन्दोलन और भी उग्र हो गया है. आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में किसानों ने राजभवन कूच का निर्णय लिया, लेकिन पुलिस ने उनको रास्ते मे ही रोक दिया. पुलिस ने किसानों को राजधानी में दाखिल नहीं होने दिया. हालांकि इस बीच पुलिस और किसानों में जमकर संघर्ष हुआ.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को किसानों के समर्थन में प्रोटेस्ट मार्च निकाला. वो राजभवन की तरफ जा रहे थे. लेकिन रास्ते में पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई. जिसके बाद कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इतना ही नहीं उन्होंने वाटर कैनन का भी प्रयोग करना पड़ा. ये सभी कार्यकर्ता जवाहर चौक से राजभवन के लिए पैदल मार्च पर निकले थे. जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को यह कार्रवाई करनी पड़ी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के अलावा जयवर्धन सिंह और कुणाल चौधरी को हिरासत में लिया गया है.
सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है. दोपहर एक बजे के करीब दिल्ली पुलिस किसानों से मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस उनसे ट्रैक्टर रैली के आयोजन को लेकर बात करेगी. बीते दो महीने ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने पर अड़े हुए हैं। आंदोलनरत किसान नेताओं ने शुक्रवार को कहा कि उनकी 26 जनवरी की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली दिल्ली के व्यस्त आउटर रिंग रोड पर ही होगी, जैसा कि पहले तय किया गया था.
हरियाणा पुलिस, संदिग्ध युवक योगेश को लेकर क्राइम ब्रांच से बाहर निकल गई है. योगेश ने बयान दिया था कि किसान नेताओं की हत्या करने का निर्देश उसे सोनीपत के राई थाने के SHO प्रदीप ने दिए थे, लेकिन राई थाने पर प्रदीप नाम से कोई शख्स ही नहीं है. दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने इस संदिग्ध युवक को पकड़ा था. इस संदिग्ध युवक ने कबूल किया कि वह 26 जनवरी के दिन चार किसान नेताओं की हत्या करने के उद्देश्य से आया है.