दिशा रवि की गिरफ्तारी का हर तरफ विरोध हो रहा है (फोटो-PTI) टूल किट मामले में भारत की जांच एजेंसियों के रडार पर आए पीटर फ्रेडरिक ने कहा है कि उसके लिए यह गर्व की बात होती कि वो टूलकिट बनाने में शामिल होता क्यों कि वह दुनिया भर में सभी शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का समर्थन करता है. उसने कहा है कि उसका इस पूरे घटनाक्रम से कोई लेना देना नहीं है.
पूर्व जेएनयू छात्र नेता और सीपीआई के सदस्य कन्हैया कुमार ने दिशा रवि की गिरफ्तारी पर तीखा व्यंग्य किया है. कन्हैया ने कहा है कि दिशा रवि ने किसानों का समर्थन करके गलती कर दी. दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, मुख्यमंत्री या क्या पता प्रधानमंत्री ही बन जाती.
दिशा रवि ने किसानों का समर्थन करके गलती कर दी। दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, मुख्यमंत्री या क्या पता प्रधानमंत्री ही बन जाती।
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) February 16, 2021
टूलकिट केस में बॉम्बे हाई कोर्ट ने शांतनु मुलुक को 10 दिनों की ट्रांजिट अग्रिम जमानत दे दी है. दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने शांतनु मुलुक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. जबकि निकिता जैकब की अग्रिम जमानत याचिका पर अदालत कल फैसला सुनाएगी. आज बॉम्बे हाईकोर्ट के औरंगाबाद बेंच में इस मामले में सुनवाई हुई.
बॉम्बे हाई कोर्ट में निकिता जैकब की अग्रिम जमानत पर सुनवाई चल रही है. वकील मिहिर देसाई निकिता का पक्ष रख रहे हैं, जबकि वकील हितेन वेंगांवकर दिल्ली पुलिस के साइबर सेल का पक्ष रख रहे हैं.
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दिशा रवि को FIR कॉपी देने की इजाजत दे दी है. इसके दिशा रवि को रोजाना 30 मिनट तक अपने वकील से बात करने की अनुमति दी गई है, जबकि वो 15 मिनट तक रोजाना अपने परिवार वालों से बात कर सकेंगी.
दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने मंगलवार को कहा कि जहां तक दिशा की गिरफ्तारी का सवाल है, यह प्रक्रियाओं के अनुसार किया गया था. कानून 22 साल के युवा और 50 साल के बुजुर्ग के बीच अंतर नहीं करता है. दिशा को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया, यह गलत है जब लोग कहते हैं कि गिरफ्तारी में चूक हुई.
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने जूम को लेटर लिखा है, जिसमें पूछा है मीटिंग में कौन-कौन लोग शामिल थे. दिल्ली पुलिस टूलकिट मामले में किसान नेताओं की भूमिका की जांच करेगी. दिल्ली पुलिस टूलकिट मामले में फंडिंग की भी जांच करेगी. दिल्ली पुलिस को जूम से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है, दिल्ली पुलिस अपनी जांच के आधार पर इस केस को यहां तक ले गई है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि कई भारत विरोधी तत्व हैं, जो अस्थिरता फैलाना चाहते हैं, दिल्ली उनका केंद्र बिंदु बना हुआ है, फरवरी 2020 में हुए दंगे और अवैध विरोध इस योजना का एक हिस्सा थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसे जिस तरह से संभाला, वह अन्य पुलिस बलों के लिए एक उदाहरण है.
खालिस्तानी समर्थक मो धालीवाल की करीबी कनाडा की रहने वाली अनीता लाल भी टूलकिट मामले में एक अहम किरदार है और दिल्ली पुलिस की रडार पर है. अनीता लाल वर्ल्ड सिख ऑर्गनाइजेशन की को-फाउंडर भी है. टूलकिट को तैयार करने में अनीता लाल भी शामिल थी. 11 जनवरी को जूम मीटिंग हुई थी, उसमें अनीता लाल भी शालिम थी.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करके कहा, 'जब किसान सरकार से नाराज़ होता है तो वो सरकारें बदलता है, चौधरी छोटू राम के शब्द आज भी सच हैं. आज बसंत पंचमी पर फिर उसी संकल्प को ले बढ़ते चलने का जज़्बा और मज़बूत करें ताकि अहंकारी मोदी सरकार को आइना दिखा सकें.'
टूलकिट केस में दिशा रवि से पूछताछ में जैसे-जैसे साजिश के राज खुलते जा रहे हैं, दिशा की दो सहयोगी निकिता जैकब और शांतनु मलुक पर शिकंजा कसता जा रहा है. शांतनु की तलाश में दिल्ली पुलिस ने महाराष्ट्र के बीड जाकर उसके घर पर छापा मारा लेकिन शांतनु का पता नहीं चला. पुलिस ने उसके परिवार वालों से भी पूछताछ की है.
बताया जा रहा है कि शांतनु बीड के चाणक्यपुरी इलाके में रहता है. टूल किट तैयार में निकिता की तरह उसने भी दिशा की मदद की थी. शांतनु पेशे से मैकनिकल इंजीनियर है. उसने अमेरिका से एमएससी की पढ़ाई की थी. पर्यावरण के क्षेत्र में पिछले काफी समय से वो सक्रिय रहा है. टूलकिट केस सामने के आने के बाद बीड में भी शांतनु के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी की निंदा की है. संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सरकार किसानों के आंदोलन को कमजोर करने के लिए शक्ति का दुरुपयोग कर रही है. संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से दिशा रवि की रिहाई की मांग की गई है.
पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी पर राजनीति भी गरमा गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से... वहीं आम आदमी पार्टी ने दिशा रवि को तुरंत रिहा करने की मांग के साथ-साथ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल भी खड़े किए हैं. AAP प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि उनकी पार्टी मांग करती है कि दिल्ली पुलिस गिरफ्तारी की असल वजह को सार्वजनिक करे.
दिल्ली पुलिस ने टूलकिट केस में बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, टूलकिट साजिश में खालिस्तान समर्थक पोएटिक फाउंडेशन शामिल है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि जनवरी में टूलकिट बनाया गया ताकि आंदोलन को बढ़ाया जा सके. इसे विदेशों में ले जाया सके और विदेशों में भारत के दूतावास को टारगेट किया जा सके. इसके लिए 11 जनवरी को जूम मीटिंग की गई थी, इस मीटिंग में निकिता, शांतनु और दिशा रवि शामिल थे. दिल्ली पुलिस का दावा है कि दिशा रवि ने ही टूलकिट को ग्रेटा थनबर्ग के पास भेजा था.
टूलकिट केस में दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद अब दिल्ली पुलिस निकिता जैकब और शांतनु की तलाश में जुट गई है. ये दोनों उस व्हाट्सअप ग्रुप के सदस्य बताए जाते हैं, जिसे दिशा रवि ने तैयार किया था. बताया जा रहा है कि टूलकिट तैयार करने में दिशा रवि के साथ ये दोनों भी शामिल थे. निकिता और शांतनु के खिलाफ अब कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी किया है, जिसके खिलाफ दोनों की ओर से बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद बेंच में याचिका लगाई गई है, जिसपर आज सुनवाई होगी.