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संजय राउत का वार- दुनिया को संदेश है किसान आंदोलन, आप बता रहे खालिस्तानी

शिवसेना ने खुलकर किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया है और सरकार से बातचीत की पहल करने की अपील की है. शिवसेना ने उन लोगों पर भी वार किया है, जो किसानों को खालिस्तानी समर्थक बता रहे हैं.

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शिवसेना नेता संजय राउत (PTI)
शिवसेना नेता संजय राउत (PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • किसानों के मसले पर शिवसेना का वार
  • किसान आंदोलन दुनिया को संदेश: संजय राउत

कृषि कानून के मसले पर कांग्रेस के बाद अब शिवसेना ने भी खुले तौर पर किसान संगठनों का समर्थन कर दिया है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि किसानों का आंदोलन विश्व को एक संदेश है, जबकि सरकार और भारतीय जनता पार्टी की ओर से किसानों को ही निशाने पर लिया जा रहा है.

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ‘किसान आंदोलन विश्व को एक संदेश है. लाखों-करोड़ों किसान दिल्ली की सीमा पर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन आप उन्हें आतंकवादी, खालिस्तानी बोलते हो. ये पूरे विश्व के किसानों का अपमान है.’

संजय राउत ने इसके अलावा बॉलीवुड अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर को लेकर भी जानकारी दी और कहा कि वो मंगलवार को शिवसेना में शामिल हो सकती हैं. 

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आपको बता दें कि शिवसेना लगातार कृषि कानून के मसले पर मोदी सरकार पर निशाना साध रही है और किसानों से बात करने को कह रही है. शिवसेना का कहना है कि किसानों पर एक्शन लेने की बजाय सरकार को बात कर मसले का हल निकालना चाहिए.

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं और उनसे जुड़े संगठनों ने किसान आंदोलन पर सवाल खड़े किए हैं. प्रदर्शन में शामिल कुछ लोगों पर खालिस्तान के समर्थन का आरोप लगा, तो वहीं राजनीतिक फायदे की बात कही गई. हालांकि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ किया है कि उन्होंने किसानों के प्रदर्शन को राजनीतिक नहीं माना है, किसान कभी भी सरकार से बात कर सकते हैं.

हालांकि, किसानों की ओर से कहा जा रहा है कि सरकार को बातचीत का माहौल तैयार करना चाहिए. उन्हें जंतर मंतर पर जाने की इजाजत मिलनी चाहिए, एमएसपी की बात को कानून में शामिल करना चाहिए. किसानों का कहना है कि पीएम मोदी और अमित शाह को खुद बातचीत कर मसले का हल निकालना चाहिए.

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