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किसान आंदोलन: भारत बंद को मायावती का समर्थन, ऑटो-टैक्सी यूनियन भी साथ

कृषि कानूनों के खिलाफ मंगलवार को किसानों का भारत बंद है. कई राजनीतिक दल इसके समर्थन में आए हैं, अब दिल्ली के कुछ ऑटो, टैक्सी एसोसिएशन ने भी साथ देने की बात कही है.

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किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी (PTI)
किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी (PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कृषि कानून के खिलाफ मंगलवार को भारत बंद
  • दिल्ली में कई एसोसिएशन देंगे किसानों का साथ

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. सोमवार को दिल्ली सीमा स्थित जारी आंदोलन का 12वां दिन है और मंगलवार को किसानों ने भारत बंद बुलाया है. किसानों के समर्थन में अबतक कई राजनीतिक दल आ गए हैं, बसपा प्रमुख मायावती ने भी साथ देने की बात कही है. दिल्ली समेत देश के अन्य हिस्सों के ऑटो, टैक्सी यूनियन भी मंगलवार को होने वाले भारत बंद में शामिल होंगे. 

ऑटो, टैक्सी यूनियन भारत बंद के समर्थन में
राजधानी दिल्ली में मंगलवार को आम लोगों को टैक्सी और ऑटो लेने में परेशानी हो सकती है, क्योंकि कई यूनियनों ने भारत बंद का समर्थन किया है. दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के प्रमुख संजय सम्राट के मुताबिक, उनके समेत कुछ अन्य टैक्सी संगठन आठ दिसंबर को भारत बंद में भागीदारी करेंगे और काम बंद रखेंगे. 

सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन के कमलजीत गिल ने भी भारत बंद को समर्थन दिया है, यहां के अधिकतर ड्राइवर दिल्ली में कैब सर्विस में काम करते हैं. हालांकि, कुछ ऑटो एसोसिएशन ने इस स्ट्राइक से दूर रहने की बात कही है. 

भारतीय किसान संघ ने भारत बंद से बनाई दूरी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े भारतीय किसान संघ ने आठ दिसंबर को बुलाए गए भारत बंद से दूरी बना ली है. भारतीय किसान संघ का कहना है कि इस भारत बंद से दूरी इसलिए बनाई हैं क्योंकि इसमें राजनैतिक पार्टियां जुड़ गई हैं. भारतीय किसान संघ के मुताबिक, किसान संगठनों को लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात सरकार के सामने रखनी चाहिए. सरकार ने जो कृषि सम्बंधित तीन कानून बनाए हैं, उसमें तीन कमियां हैं जिसको लेकर हम सरकार पहलें से ज्ञापन दे चुके हैं. 

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बसपा ने भी किया समर्थन का ऐलान
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने सोमवार सुबह ट्वीट कर भारत बंद का समर्थन कर दिया है. मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि कृषि से सम्बंधित तीन नये कानूनों की वापसी को लेकर पूरे देश भर में किसान आन्दोलित हैं व उनके संगठनों ने दिनांक 8 दिसम्बर को ’’भारत बंद’’ का जो एलान किया है, बी.एस.पी उसका समर्थन करती है. साथ ही, केन्द्र से किसानों की मांगों को मानने की भी पुनः अपील करती है.

आपको बता दें कि बसपा से पहले ही दर्जनों राजनीतिक दल किसानों के समर्थन में आ गए हैं और भारत बंद का ऐलान किया है. कांग्रेस, डीएमके, सपा, एनसीपी, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, लेफ्ट पार्टियां समेत अन्य कई राजनीतिक दलों ने किसानों के समर्थन की बात कही है. 

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खेल जगत भी साथ
किसानों के आंदोलन के समर्थन में आज कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अपने अवॉर्ड वापस कर सकते हैं. दोपहर दो बजे प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई है, जिसमें करीब 30 खिलाड़ी अवॉर्ड वापसी का ऐलान करेंगे. बीते दिन बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने खेल रत्न लौटाने की बात कही थी. उनसे पहले पंजाब में कई लोग सम्मान लौटा चुके हैं.

मंगलवार को भारत बंद, बुधवार को बातचीत
गौरतलब है कि किसान अब कृषि कानून में कोई बदलाव नहीं चाहते हैं, बल्कि तीनों कानूनों की वापसी चाहते हैं. पिछले कई दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसान डटे हुए हैं लेकिन अब 8 दिसंबर को भारत बंद की बात कही है. इस दौरान दिल्ली में आने-जाने का पूरा रास्ता ठप करने की बात कही गई है. भारत बंद से अगले ही दिन किसानों और सरकार के बीच एक और दौर की बातचीत होगी, जिसमें कोई हल निकलने का आसार है. 

 

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