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किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर करंट लगने से एक किसान की मौत, 1 महीने से दे रहा था धरना

सोहन सिंह (42) का शव सिंघु बार्डर के पास हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली में इलेक्ट्रिक ट्रांसफार्मर के पास मिला. पुलिस के मुताबिक, सोहन की मौत करंट लगने से हुई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. किसान पिछले 1 महीने से धरना दे रहा था.

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farmer died of electrocution near the Singhu border
farmer died of electrocution near the Singhu border
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नवंबर 2020 से सिंघु बॉर्डर पर चल रहा आंदोलन
  • इलेक्ट्रिक ट्रांसफार्मर से करंट लगने से हुई किसान की मौत

पंजाब के एक किसान की सिंघु बॉर्डर पर करंट लगने से मौत हो गई. किसान कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में शामिल था. सिंघु बॉर्डर पर पिछले 7 महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ी संख्या में किसान जुटे हुए हैं और धरना दे रहे हैं. 

एजेंसी के मुताबिक, सोहन सिंह (42) का शव सिंघु बार्डर के पास हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली में इलेक्ट्रिक ट्रांसफार्मर के पास मिला. पुलिस के मुताबिक, सोहन की मौत करंट लगने से हुई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. किसान पिछले 1 महीने से धरना दे रहा था. 

नवंबर 2020 से चल रहा आंदोलन
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उप्र के किसान पिछले साल नवंबर से धरना दे रहे हैं. केंद्र सरकार ने पिछले साल सितंबर में कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए तीन कानून लागू किए थे. सरकार के मुताबिक, इन कानूनों के जरिए किसान देश के किसी भी हिस्से में अपनी फसल बेंच सकेंगे. साथ ही उन्हें बिचौलियों को कमीशन नहीं देना होगा. 

वहीं, दूसरी ओर विरोध कर रहे किसानों का कहना है कि ये काले कानून हैं. इन कानूनों में एमएसपी की गारंटी नहीं है. साथ ही इन कानूनों के लागू होने के बाद एपीएमसी मंडियां खत्म हो जाएंगी. 

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